बलिया के मनियर नगर पंचायत ईओ मणिमंजरी राय प्रकरण के खुलासे के करीब पहुंची पुलिस
बलिया के नगर पंचायत मनियर की ईओ मणिमंजरी राय की मौत की गुत्थी पुलिस ने लगभग सुलझा लिया है। इस महत्वपूर्ण घटना से पर्दा हट सकता है।
बलिया, जेएनएन। नगर पंचायत मनियर की ईओ मणिमंजरी राय की मौत की गुत्थी पुलिस ने लगभग सुलझा लिया है। मंगलवार को जिले में आ रहे डीआइजी आजमगढ़ सुभाष चंद्र दुबे के आने के बाद इस महत्वपूर्ण घटना से पर्दा हट सकता है। डीआइजी खुद बैरिया तहसील के नायब तहसीलदार रजत सिंह व वाहन चालक चंदन वर्मा से पूछताछ करेंगे।
पुलिस इस मामले को विभागीय व निजी संबंधों से जोड़कर जांच कर रही है। मणिमंजरी के काल डिटेल्स में नायब तहसीलदार से लंबी बातचीत आई है। इस आधार पर पुलिस ने नायब तहसीलदार को नोटिस दिया था। मंगलवार को वह जिला मुख्यालय पहुंच गए। नायब तहसीलदार से अभी पूछताछ की कवायद हो ही रही थी कि पुलिस उप महानिरीक्षक के खुद पूछताछ करने की बात पर मामला रूक गया। इस दौरान डीआइजी ने इस मामले में अब तक की हुई जांच प्रगति के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। ऐसे में माना जा रहा है कि नायब तहसीलदार तथा वाहन चालक से वे स्वयं पूछताछ कर सकते है।
नायब तहसीलदार का इस मामले में नाम मणिमंजरी के मोबाइल के काल डिटेल्स व वाहन चालक चंदन वर्मा के बयान के बाद आया है। सदर कोतवाल विपिन ङ्क्षसह ने बताया कि इस मामले में पुलिस लगभग घटना की तह तक पहुंच गई है। जल्द ही खुलासा किया जा सकता है। 6 जुलाई की रात को शहर के आवास विकास कालोनी स्थित फ्लैट में ईओ मणिमंजरी राय अपने कमरे मेें लटकती मिली थीं। इससे ठीक पहले उसकी बैरिया तहसीलदार रजत ङ्क्षसह से लंबी बातचीत हुई थीं। इस घटना में ईओ के भाई विजयानंद राय की तहरीर पर नगर पंचायत मनियर के अध्यक्ष भीमगुप्ता, टैक्स लिपिक विनोद ङ्क्षसह, कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश, चालक चंदन व कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। इन आरोपितों में से अभी तक केवल चालक ही पकड़ा गया है।
परिजनों को मिली नोटिस
इधर कोतवाली पुलिस टीम 13 जुलाई को ईओ मणिमंजरी राय के गांव कनुआन थाना भांवरकोल, गाजीपुर पहुंची, जहां मामले में बयान देने के लिए परिजनों को नोटिस दी गई। ईओ के दोनों भाइयों को 18 जुलाई को सदर कोतवाली बुलाया गया है। परिवार वालों ने पुलिस से श्राद्धकर्म के बाद आने की बात कहीं है। ईओ के भाई विजयानंद राय ने बताया कि दो पुलिस वाले नोटिस लेकर आए थे। अभी हम सभी बहन के श्राद्ध कर्म में लगे हुए हैं। पुलिस कर्मियों ने श्राद्धकर्म के एक- दो दिन बाद भी आने की बात कही है। कहा कि बहन का चालक चंदन प्रतिदिन बयान बदल रहा है। इसकी भूमिका संदिग्ध है। पुलिस को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। आखिर हमारे रिश्तेदार उसे क्यों मारेंगे।
गुत्थी सुलझाने में लगी रही एसओजी टीम
ईओ मणिमंजरी राय के मामले की उलझी गुत्थी को सुलझाने में सदर कोतवाली पुलिस के अलावा एसओजी टीम जुटी हुई है। एसओजी टीम ने हिरासत में रखे गए ईओ के चालक चालक चंदन वर्मा निवासी अमृतपाली से गहन पूछताछ की। एसओजी की पूछताछ में उसने कई तथ्यों की जानकारी दी है। इसके आधार पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। अब देखना है कि टीम को कितनी जल्दी कामयाबी मिल जाती है।
पूर्व मंत्री ने की सीबीआई जांच की मांग
प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी ने सरकार से मांग किया कि मनियर नगर पंचायत की ईओ मणिमंजरी राय की रहस्यमय परिस्थितियों में की गई खुदकशी की जांच सीबीआई से कराई जाए। वह बेहद ईमानदार छवि की अधिकारी थीं, उन पर नगर पंचायत अध्यक्ष एवं ठेकेदारों के मिली भगत से बिना कार्य के भुगतान करने का दबाव दिया जा रहा था। इससे वो परेशान चल रही थीं।
दोषियों को मिले हर हाल में सजा
मनियर नगर पंचायत मनियर के ईओ मणि मंजरी राय की आत्महत्या के 9 दिन बीत जाने के बाद भी गुत्थी सुलझाने में पुलिस नाकाम रही है। नगर पंचायत मनियर के नामित सदस्य प्रभुनाथ उपाध्याय ने नगर पंचायत अध्यक्ष को कठघरे में खड़ा किया है। इन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि चेयरमैन की लूट खसोट के लिए ईओ पर दबाव बनाते थे। वह बिना कार्य कराए भुगतान कराने का प्रयास करते थे। कहा कि गलत कार्यो के भुगतान के लिए दबाव नहीं बनाया गया होता तो ईमानदार व कर्मठ साहसी अधिकारी इतना खौफनाक कदम नहीं उठातीं। इसमें दोषियों को हर हाल में सजा मिलनी चाहिए।