बाबा दरबार में बिजली घर के लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट इसी सप्ताह, वितरण विभाग बनाएगा स्टीमेट
बाबा दरबार यानी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के लिए अगल बिजली घर की कवायद तेज हो गई है। पारेषण विभाग से इसी सप्ताह फिजिबिलिटी रिपोर्ट सकता है।
वाराणसी, जेएनएन। बाबा दरबार यानी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के लिए अगल बिजली घर की कवायद तेज हो गई है। पारेषण विभाग से इसी सप्ताह फिजिबिलिटी रिपोर्ट सकता है। रिपोर्ट मिलने के बाद वितरण विभाग स्टीमेट तैयार करेगा। फिर आगे की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। फिलहाल स्थलीय निरीक्षण हो चुका है। फिलहाल बाबा दरबार में गौदौलिया से बिजली जाती है। इसके लिए स्वतंत्र फीडर है।
जब कॉरिडोर बन जाएगा तो बिजली की खपत भी बढ़ जाएगी, जिसके लिए क्षमता भी बढ़ानी होगी। इसी के तहत यहां पर स्वतंत्र 33 केवी उपकेंद्र बनाने की तैयारी की गई है। खास बात है कि इस उपकेंद्र को तीन उपकेंद्रों के पांच स्रोतों से जोड़ा जाएगा। ताकि अगर किसी एक में फॉल्ट होने पर तत्काल दूसरी लाइन से आपूर्ति होने लगेगी। उपकेंद्र बनाने के लिए गेट नंबर चार के पास करीब दो हजार वर्ग मीटर में जगह देखी गई है। नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभियंता जीवन प्रकाश के अनुसार कॉरिडोर में 33 केवी का स्वतंत्र विद्युत उपकेंद्र बनने जा रहा है, जिसमें 5-5 एमवीए के दो ट्रांसफार्मर लगेंगे। बताया कि कारिडोर की लाइन तीन बिजली घरों से जुड़ेगी।
मुख्य लाइन 220 केवी उपकेंद्र भेलूपुर से रहेगा, जिसमें भी दो लाइन बिछाई जाएगी। ताकि अगर एक में कोई गड़बड़ी हो तो तत्काल दूसरे से लाइन जोड़कर आपूर्ति की जा सके। इसके अलावा 132 केवी उपकेंद्र भिखारीपुर भी इससे जुड़ा रहेगा। यानी अगर भेलूपुर उपकेंद्र में ही कोई गड़बड़ी आती है तो तत्काल भिखारीपुर से जोड़ दिया जाएं। यही नहीं अगर दोनों ही उपकेंद्र में कोई खराबी आ जाती है तो स्वतंत्र फीडर गोदौलियां से भी जोड़कर आपूर्ति बहाल की जा सकती है। बताया कि उम्मीद है कि इसी सप्ताह फिजिबिलिटी रिपोर्ट मिल जाएगी। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तेज कर दी जाएगी।