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Fuel के बढ़ते दाम पर कार का शौक भारी, डीजल मूल्य वृद्धि से लोगों की पसंद बनी पेट्रोल कारें

पेट्रोल के साथ ही डीजल के खुदरा मूल्य में लगातार बढ़ोत्तरी होने से ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री की धड़कनें बढ़ गई हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2020 09:10 AM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2020 04:49 PM (IST)
Fuel के बढ़ते दाम पर कार का शौक भारी, डीजल मूल्य वृद्धि से लोगों की पसंद बनी पेट्रोल कारें
Fuel के बढ़ते दाम पर कार का शौक भारी, डीजल मूल्य वृद्धि से लोगों की पसंद बनी पेट्रोल कारें

वाराणसी [सौरभ चंद्र पांडेय]। पेट्रोल के साथ ही डीजल के खुदरा मूल्य में लगातार बढ़ोत्तरी होने से ऑटो मोबाइल इंडस्ट्री की धड़कनें बढ़ गई हैं। इससे कारों की बिक्री पर ग्रहण लगना स्वाभाविक है। अधिकतर ग्राहक डीजल से चलने वाली कारें या अन्य वाहन सस्ते ईंधन के चक्कर में खरीदते हैैं। अनलॉक के बाद गाडिय़ों की बिक्री को लेकर उत्साहित बाजार तेल मूल्य का ग्राफ ऊपर जाने से सहम रहा है। वहीं डीजल की कीमत बढऩे से ग्राहकों की पसंद भी बदल रही है।

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पुरानी कार का बाजार बेजार

वाराणसी में पुरानी कार खरीदने-बेचने के लिए केवल रविवार को घौसाबाद में बाजार लगता है। दुकानदारों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से अभी तक बाजार में ग्राहकों का टोटा है। अनलॉक के बाद कुछ उम्मीद दिखी तो रही-सही कसर डीजल और पेट्रोल की कीमत ने पूरी कर दी। लॉकडाउन से पूर्व बाजार में छोटी पेट्रोल कारों में मारुति व हुंडई की कारों की मांग ज्यादा थी। एसयूवी में मङ्क्षहद्रा, टाटा और फोर्ड के डीजल वाहनों की खूब मांग थी।

पेट्रोल कारों की ज्यादा है लाइफ

परिवहन मंत्रालय ने पेट्रोल कार के मुकाबले डीजल कारों की उम्र कम रखी है। जहां पेट्रोल कार का रजिस्ट्रेशन १५ वर्ष के लिए होता है, वहीं डीजल कारों का 10 वर्ष के लिए होता है।

10 फीसद कम मेंटेनेंस कॉस्ट

जानकारों का मानना है कि पेट्रोल के मुकाबले डीजल कारों की मेंटेनेंस कॉस्ट ज्यादा है। हर सर्विस में ग्राहकों को पेट्रोल कार के मुकाबले डीजल कार में 10 फीसद ज्यादा खर्च करना पड़ता है।

मारुति ने डीजल कारें बनाना किया बंद

कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी ने डीजल कारों का निर्माण करना बंद कर दिया है।

खूब लग रहे सीएनजी किट

वाराणसी में जब से सीएनजी स्टेशन खुले तब से कार में सीएनजी किट लगवाने में इजाफा देखा जा रहा है। हरहुआ बाजार में सीएनजी किट फिटिंग सेंटर के विजय बताते हैैं कि जब से नए सीएनजी फिलिंग स्टेशन खुले हैैं तब से प्रतिमाह तीन-चार किट लगा रहे हैं। बनारस में लगभग आठ सीएनजी किट फिटिंग सेंटर हैैं। किट लगाने में लगभग 28 से 45 हजार तक का खर्च आता है। इसमें चार तरह की किट आती है।

नई कारों में इनबिल्ट है सीएनजी

इस समय कंपनियों ने पेट्रोल कारों में सीएनजी इनबिल्ट कर दिया है। जिससे ग्राहकों को सुविधा है। लंबे सफर में सीएनजी का खूब इस्तेमाल हो रहा है।

एसयूवी कारों की डिमांड नहीं होगी कम

ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के जानकारों का मानना है कि डीजल की कीमत में हुई वृद्धि से कारों की बिक्री पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। कारण कि ज्यादातर लग्जरी वैरिएंट की कारें डीजल इंजन में आती है। टाटा, मङ्क्षहद्रा, हुंडई व फोर्ड कंपनियों की अधिकतर एसयूवी कारें लोगों में लोकप्रिय हैैं। मूल्यवृद्धि में एक समय के बाद फिर से गिरावट होगी।

लग्जरी कारें सिर्फ डीजल वैरिएंट में उपलब्ध

ईंधन की कीमत बढऩे के बाद भी लोगों में एसयूवी कारों का क्रेज कम नहीं होगा। इसका कारण है कि लग्जरी कारें सिर्फ डीजल वैरिएंट में उपलब्ध हैैं।

-आशुतोष श्रीवास्तव जीएम राज इंडिया ऑटो लिमिटेड


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