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नए साल से बिना डोनर व शुल्क के मिलेगा मरीजों को रक्त, नहीं कटानी होगी अब 850 रुपये की पर्ची

बीएचयू स्थित सर सुंदर लाल चिकित्सालय व ट्रामा सेंटर में अब नए साल पर भर्ती मरीजों से रक्त फ्रेश फ्रोजेन प्लाज्मा व रैंडम डोनर प्लेटलेट्स का प्रोसेसिंग शुल्क नहीं लिया जाएगा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 10:36 AM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 10:36 AM (IST)
नए साल से बिना डोनर व शुल्क के मिलेगा मरीजों को रक्त, नहीं कटानी होगी अब 850 रुपये की पर्ची

वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू स्थित  सर सुंदर लाल चिकित्सालय व ट्रामा सेंटर में अब नए साल पर भर्ती मरीजों से रक्त, फ्रेश फ्रोजेन प्लाज्मा व रैंडम डोनर प्लेटलेट्स का प्रोसेसिंग शुल्क नहीं लिया जाएगा। साथ ही अब खून के जरूरतमंद मरीजों को डोनर की भी जरूरत नहीं होगी। अस्पताल में ब्लड की जरूरत पड़े तो काउंटर से 850 रुपये भुगतान किए रसीद कटवा लीजिए। इसके बाद मरीज को जितने भी यूनिट ब्लड की जरूरत होगी, तत्काल दी जाएगी। इसकी शुरुआत 31 दिसंबर यानी मंगलवार की मध्य रात्रि से ही हो जाएगी। यह जानकारी बीएचयू में प्रेस कांफ्रेंस में दी गई। मालूम हो कि रक्त के लिए पहले 850 रुपये व फ्रेश फ्रोजेन प्लाज्मा एवं रैंडम डोनर प्लेटलेट्स के लिए 400 रुपये शुल्क देना पड़ता था। इस व्यवस्था को लागू करने के बाद संस्थान को 22 लाख रुपये खर्च करने होंगे, जिसके कोष की व्यवस्था राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा की जाएगी।

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नए साल पर मरीजों को सौगातें

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ट्रामा सेंटर के इंचार्ज प्रो. संजीव कुमार गुप्त ने बताया कि उत्तर व पूर्वी भारत सहित नेपाल से भी लोग इलाज के लिए यहां आते हैं। इनमें गरीब मरीज अधिक होते हैैं, जिन्हे अब राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि दोनों हास्पिटल में भर्ती मरीजों पर 27000 यूनिट रक्त व उनके अवयवों की जरूरत होती है। हालांकि गरीबी रेखा से नीचे वालों को संस्थान  हर वर्ष 5500 यूनिट रक्त बिना किसी चार्ज व डोनर के देता रहा है। रक्तकोष मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसके सिंह ने बताया कि एक अप्रैल से जननी सुरक्षा योजना लागू होने के बाद 90 महिलाओं की जान बचाई गई है। इससे यहां पर मातृत्व मृत्यु दर में ढाई गुना की कमी आई है।

मिलेंगे 18-20 से ज्यादा वेंटिलेटर

हास्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. शरद कुमार माथुर ने बताया कि 10 जनवरी तक चार वेंटिलेटर मिल जाएंगे। वहीं जल्द ही 18 से 20 वेंटिलेटर संस्थान को मिल जाएंगे।

रक्तदान के लिए बढ़ानी होगी जागरूकता

आइएमएस में ब्लड बैंक प्रभारी डा. संदीप कुमार ने जनमानस से आग्रह करते हुए कहा कि रक्तदान के शिविरों में भाग ले। मरीजों को रक्त तभी दे पाएंगे जब हमारे पास पर्याप्त रक्त कोष में जमा हो। जहां भी रक्तदान शिविर लगाए जाए वहां पर या संस्थान में आकर रक्तदान करें। केंद्र सरकार के एक्सटर्नल क्वालिटी कंट्रोल प्रोग्राम में यह संस्थान अव्वल रहा है।


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