पीएम के शहर बनारस में मैदागिन-गोदौलिया मार्ग पर बिना प्लानिंग संकरी सड़क पर बनाने लगे पाथ-वे
स्मार्ट सिटी के नाम पर शहर का विकास भले किया जा रहा हो लेकिन कई स्थानों पर सही ढंग से प्लानिंग नहीं की गई।
वाराणसी, जेएनएन। स्मार्ट सिटी के नाम पर शहर का विकास भले किया जा रहा हो लेकिन कई स्थानों पर सही ढंग से प्लानिंग नहीं की गई। इस कारण कार्यदायी एजेंसी मनमाने तरीके से काम कर रही है। कई स्थानों पर ऐसे काम हो गए हैं जो आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। यही कारण है कि मैदागिन-गोदौलिया मार्ग पर बन रहे पाथ-वे के काम को मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल के आदेश पर रोक दिया गया। यदि आगे पाथे-वे का काम नहीं होता तो करीब 27 करोड़ रुपये पानी में चला जाएगा। इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा, किससे पैसा वसूला जाएगा, क्या होगा मालूम नहीं।
मैदागिन-गोदौलिया मार्ग शहर के व्यस्ततम सड़क में एक है। यहां दिन-रात वाहनों का दबाव रहता है। रात में लोगों की भीड़ कम होती है तो ट्रकों का दबाव बड़ जाता है जो व्यापारियों का माल लेकर आते हैं। इस मार्ग पर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर और गंगा घाट जाने वाले वीआइपी की भीड़ रहती है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने वन-वे कर दिया। संकरी सड़क होने के बावजूद स्मार्ट सिटी के नाम पर सड़क के दोनों तरफ पांच-पांच फीट पाथ-वे बनाने का काम शुरू हुआ तो व्यापारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। व्यापारियों का कहना था कि संकरी सड़क पर पाथ-वे बनने से जाम की स्थिति और पैदा हो जाएगी। साथ में दुकानें नीचे हो जाएगी। वहीं, कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकान को पाथ-वे तक सजा लिया। व्यापारियों के बढ़ते विरोध पर शहर के मंत्री से लेकर विधायक तक अफसरों संग पंचायत की। उधर, धीरे-धीरे काम चलता रहा। मैदागिन से काम बुलाना तक पहुंच गया तो अचानक उस काम को बंद कर दिया। व्यापारियों के विरोध के चलते काम तो बंद हो गया लेकिन 27 करोड़ रुपये का क्या होगा, कोई बताने को तैयार नहीं है।
- फिलहाल मैदागिन से गोदौलिया तक सड़क के किनारे बनने वाले पाथ-वे के काम रोक दिया गया है। इस बात से शासन को अवगत करा दिया गया है। शासन से दिशा-निर्देश मिलने के बाद आगे निर्णय लिया जाएगा। -दीपक अग्रवाल, मंडलायुक्त।