Varanasi Cantt railway station पर लॉकडाउन में फंसे यात्रियों ने निरोग रहने के लिए किया योग
कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन में फंसे रेल यात्रियों को कैंट स्टेशन पर स्वस्थ रहने का मूलमंत्र दिया जा रहा है। सोमवार से सुबह योगासन भी कराया जा रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन में फंसे रेल यात्रियों को कैंट स्टेशन पर स्वस्थ रहने का मूलमंत्र दिया जा रहा है। उन्हें सेहतमंद बनाने के साथ महाभारत और रामायण धारावाहिक के माध्यम से आध्यात्मिक ज्ञान भी दिया जा रहा है। यात्री आश्रय हाल में स्थानीय प्रशासन की तरफ से यात्रियों के मनोरंजन के लिए टेलीविजन सेट का प्रबंध किया गया। वहीं सोमवार से सुबह योगासन भी कराया जा रहा है। प्रशिक्षक की मौजूदगी में यात्रियों ने योग के विविध आयामो की जानकारी ली। इसके अलावा आरपीएफ व जीआरपी की टीम ने यात्रियों के भोजन का भी प्रबन्ध किया। स्टेशन निदेशक आनन्द मोहन सिंह ने बताया कि यात्रियों के मनोरंजन के लिए टीवी सेट लगाया गया है। उन्हें योग भी कराया जा रहा है।
कोरोना ने दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क और देश की लाइफ लाइन भारतीय रेल को ठिठकने पर मजबूर कर दिया। 22 मार्च को घर से सफर पर निकले ऐसे यात्रियों की मंजिल अभी तक दूर है जो लॉकडाउन के चलते इधर-उधर फंसे है। कुछ ऐसे ही हालात का सामना करने के लिए मजबूर महाराष्ट्र, नई दिल्ली व बिहार समेत अन्य प्रांतों के 42 यात्री कैंट स्टेशन पर ट्रेनों का संचालन प्रारंभ होने की राह ताक रहे हैं।
यात्री आश्रय हाल बना सहारा
लॉकडाउन के बाद कैंट स्टेशन पर भटक रहे लोगों की रेल प्रशासन की तरफ से सुध ली गई। स्टेशन निदेशक आनंद मोहन सिंह के निर्देश पर परिसर स्थित यात्री आश्रय हाल को सैनिटाइज कर लगभग यात्रियों के रहने का प्रबंध किया गया। जिला प्रशासन के सहयोग से उनके भोजन की व्यवस्था की गई। संक्रामक बीमारी के दृष्टिगत उनमें मास्क, ग्लव्स व आवश्यक वस्तुएं बांटी गई। इनमें ज्यादातर यात्री महाराष्ट्र के हैं। उनके साथ महिला और बच्चे भी हैं। जो 22 मार्च को वाराणसी पहुंचे थे। लेकिन ट्रेन का संचालन बंद होने से उन्हें कहीं ठौर नहीं मिला। बाहर खाने-पीने की दुकानों पर भी ताला चढ़ा हुआ है। लॉकडाउन के चलते फंसे यात्रियों की सुध स्थानीय अधिकारियों ने ली व उनकेरहने-खाने का प्रबंध किया।