वेतन न देने का आरोप लगा बंद कराया पारले जी बिस्किट प्लांट, पुलिस के साथ कर्मचारियों की झड़प
वेतन नहीं देने के आरोप में वाराणसी में कर्मियों ने बंद कराया पारले जी बिस्किट प्लांट पुलिस के साथ कर्मचारियों की झड़प हुई।
वाराणसी, जेएनएन। रामनगर स्थानीय औद्योगिक क्षेत्र स्थित पारले जी प्लांट खुलवाने में मंगलवार को भी भारी मशक्कत करनी पड़ी। वेतन की मांग को लेकर दर्जनों श्रमिकों ने जमकर हंगामा किया। पीडीडीयू नगर कोतवाली क्षेत्र के औद्योगिक नगर पुलिस ने नेतागिरी करने वाले एक श्रमिक को पकड़ लिया। हालांकि महिला श्रमिकों ने किसी तरह उसे छुड़ाया। इस बीच पुलिस एवं श्रमिकों में धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि कंपनी प्रबंधन द्वारा दो दिनों में उचित हल निकालने के आश्वासन पर प्लांट में कार्य शुरू हो गया।
आवश्यक सेवा होने के कारण लॉकडाउन में भी फैक्ट्री चलती रही
सोमवार रात भी कर्मचारियों ने प्लांट बंद करा दिया था। श्रमिक रामनरेश ने आरोप लगाया कि कई कर्मचारियों को अप्रैल माह का वेतन नहीं दिया है। मांगने पर प्रबंधन आनाकानी कर रहा है। महिला श्रमिक संध्या ने बताया कि पारले जी का दो प्लांट चलता है। आरोप लगाया कि जो लोग लॉकडाउन में कार्य नहीं किए हैं उनका वेतन नहीं मिल रहा है। इसी मांग को लेकर दर्जनों महिला एवं पुरुष श्रमिक सुबह गए थे। आरोप लगाया कि पुलिस ने उसके भाई को यह कह कर पकड़ दिया कि ज्यादा नेतागिरी करते है। बस अपने भाई को छुड़ाने में पुलिस से हल्की धक्का-मुक्की हुई, न कि बवाल हुआ। वहीं कंपनी के निदेशक पंकज सोरेवाला ने कहा कि कोरोना के संकट में श्रमिकों के घर तक आटा, चावल, आलू आदि खाद्य सामग्री भी भेजी गई। साथ ही उनको काम पर लाने के लिए गाडिय़ां भी भेजी जा रही थी। बावजूद इसके कुछ कर्मचारी जानबूझ कर नहीं आ रहे थे। जबकि आवश्यक सेवा होने के कारण लॉकडाउन में भी फैक्ट्री चलती रही। सुबह में कर्मचारियों को बात करने के लिए बुलाया गया थे, लेकिन उनकी आड़ में कुछ नेता भी घुसना चाह रहे थे। इस लिए पुलिस बुलानी पड़ी। वहीं रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष देव भट्टाचार्या ने बताया कि श्रमिकों को दो दिन का समय दिया गया है। श्रमिकों व कंपनी के बीच जरूर ही कोई उचित हल निकल आएगा।