पंचायत चुनाव : अक्टूबर-नवंबर में हो सकता है चुनाव, इस बार एक साथ चार पदों को लेकर तैयारी
त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2020 के अक्टूबर-नवंबर में होने की सभावना को लेकर प्रशासन की तरफ से तैयारी शुरू हो गई है।
आजमगढ़, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2020 के अक्टूबर-नवंबर में होने की सभावना को लेकर प्रशासन की तरफ से तैयारी शुरू हो गई है। संभावना यह भी जताई जा रही कि इस बार एक साथ सदस्य जिला पंचायत, सदस्य क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत और सदस्य ग्राम पंचायत का चुनाव एक साथ होगा। उधर, राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदान केंद्रों व मतदेय स्थलों के (रेसनाइलेजेशन) सुव्यवस्थित करने का कार्य तेज हो गया है। इस बार लगभग 35 मतदान केंद्र और लगभग 600 मतदेय स्थल बढऩे की संभावना है।
सहायक जिला निवार्चन अधिकारी पंस्थानि आरके ङ्क्षसह ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदान केंद्रों और मतदेय स्थलों का सुदृढ़ीकरण रिपोर्ट 15 फरवरी तक तैयार हो जाएगी। रिपोर्ट के लिए सीडीओ के स्तर पर बीडीओ, एडीओ पंचायत को जिम्मेदारी दी गई। संभावना है कि 20 फरवरी के बाद वृहद मतदाता पुनरीक्षण किए जाने की अधिसचूना जारी हो जाएगी। इसके लिए पर्यवेक्षक व बीएलओ (बूथ लेबल अधिकारी) की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है।
बीएलओ पर इनकी होगी तैनाती
वृहद मतदाता पुनरीक्षण कार्य के लिए बीएलओ (बूथ लेबल अधिकारी) की तैनाती को कार्मिकों का निर्धारण किया गया है। इसमें लेखपाल, जूनियर बेसिक स्कूलों के अध्यापक, शिक्षा मित्र, अन्य राजकीय कर्मचारी, उत्तर प्रदेश सरकार के नियंत्रणाधीन उपक्रमों, निगमों व निकायों के उपयुक्त कर्मचारी, अन्य ग्राम स्तरीय कार्मिक, जिन्हें उपयुक्त समझा जाए। इनकी नियुक्ति में यह भी निर्धारित किया गया है। जिसमें एक मतदान केंद्र पर एक बीएलओ तैनात होंगे। लेकिन बड़े मतदान केंद्रों हैं और तीन हजार से अधिक मतदाता हैं, वहां दो बीएलओ होंगे। कोई मतदेय स्थल दो बीएलओ को नहीं आवंटित होगा।
पर्यवेक्षक पर इनकी होगी तैनाती
राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से पर्यवेक्षक की तैनाती का निर्धारण किया गया है। जिसमें राजस्व निरीक्षक, सहायक विकास अधिकारी, कृषि निरीक्षक, सीनियर बेसिक स्कूलों के अध्यापक व जनपद स्तर पर उपलब्ध अन्य पर्यवेक्षण स्तर के कार्मिक। एक न्याय पंचायत पर एक पर्यवेक्षक होंगे। लेकिन जो न्याय पंचायतें अधिक बड़ी हैं। जिसमें 20 से अधिक मतदेय स्थल होंगे, वहां दो पर्यवेक्षक तैनात होंगे।
कमेटी व बीएलओ की नियुक्ति
जिला निर्वाचन अधिकारी ने एसडीएम की अध्यक्षता में तहसीलदार, बीडीओ व एडीओ पंचायत को शामिल करते हुए कमेटी गठित की है।जबकि बीलएओ की नियुक्ति तहसील स्तर पर एसडीएम की लागिंग से आनलाइन की जा रही है।