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Varanasi में पंचायत चुनाव में 99 फीसद नहीं जमा करते चुनावी खर्च का लेखा-जोखा

वाराणसी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में किस्मत आजमाने वाले 99 फीसद प्रत्याशी चुनावी खर्च का लेखा जोखा नहीं देते हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 18 Sep 2020 07:54 AM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2020 10:02 AM (IST)
Varanasi में पंचायत चुनाव में 99 फीसद नहीं जमा करते चुनावी खर्च का लेखा-जोखा

वाराणसी, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में किस्मत आजमाने वाले 99 फीसद प्रत्याशी चुनावी खर्च का लेखा जोखा नहीं देते हैं। ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य की सीट पर जिले में कुल लगभग दस हजार प्रत्याशी किस्मत आजमाते हैं। नतीजा, जमानत राशि के रूप में आयोग की झोली में अच्छी खासी रकम आती है। पिछली बार एक करोड़ 13 लाख रुपये बातौर जमानत राशि के रूप में जब्त की गई थी। हालांकि आयोग की ओर से इस आशय का कोई आदेश नहीं आया है लेकिन पंचायतों में इसको लेकर चर्चा शुरू है कि चुनावी खर्च का लेखाजोखा न देने वाले चुनाव लडऩे से वंचित हो सकते हैं।

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कुछ दिन पूर्व दो से अधिक बच्चे वाले प्रत्याशियों के चुनाव लडऩे पर पर रोक को लेकर चर्चा थी। बहरहाल, पंचायत चुनाव की प्रशासनिक तैयारी शुरू हो चुकी है। आयोग ने वृहद पुनरीक्षण का कार्यक्रम जारी कर दिया है। एक अक्टूबर से बीएलओ घर- घर जाकर मतदाता सूची को ठीक करने के काम जुट जाएंगे। बीएलओ की तैनाती की जा रही है। इस बार 1200 बीएलओ गांवों में जाकर पुनरीक्षण करेंगे। 61 ग्राम पंचायतों नगर निगम में शामिल होने के कारण 90 हजार मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। पिछले बार 18 लाख के करीब वोटरों ने वोङ्क्षटग की थी। इस बार इनकी संख्या 90 हजार कम हो जाएगी। पिछली बार 760 गांवों में पंचायत चुनाव हुए थे। इस बार 699 ग्राम पंचायतों में ही चुनाव होंगे।

असामाजिक तत्वों को चिह्ति कर फौरी करें कार्रवाई

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने आगामी माह से शुरू होने त्योहारों व पंचायत चुनाव को देखते हुए ग्रामीण अंचल के थानों को निर्देशित किया है कि असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर लिया जाए। इसके साथ ही 107/16 में फौरी कार्रवाई शुरू कर दी जाए। ताकि समय से इनकी गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। किसी भी हाल में सरकारी योनजाओं के क्रियान्वयन, पर्व व चुनाव में बाधा नहीं आनी चाहिए। व्यक्तिगत रंजिश के मामले में थाने दोनों पक्ष को आमने-सामने बैठाकर विवाद का तत्काल निस्तारण कराएं। जांच- पड़ताल के बाद वास्तव में लग रहा है कि कोई बदमाशी कर रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करें।


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