पंचायत चुनाव : वाराणसी में ग्राम प्रधान के रिक्त तीन पदों के लिए बनेंगे दस बूथ, नामांकन 12 दिसम्बर को
निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में पंचायत के रिक्त पदों के चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। जिले में ग्राम प्रधान के रिक्त तीन पद पर चुनाव के लिए दस बूथ बनेंगे। नामांकन की प्रक्रिया 12 दिसम्बर से ब्लाक पर शुरू होगी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में पंचायत के रिक्त पदों के चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। जिले में ग्राम प्रधान के रिक्त तीन पद पर चुनाव के लिए दस बूथ बनेंगे। ग्राम प्रधान के रिक्त तीन पदों में चिरईगांव ब्लाक के सरैया नम्बर-2, सेवापुरी ब्लाक के देईपुर व ब्लाक हरहुआ के इंदवार में चुनाव होने हैं। इसके अलावा रिक्त 149 ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए भी चुनाव होंगे।
नामांकन की प्रक्रिया 12 दिसम्बर से ब्लाक पर शुरू होगी। वोटिंग 20 दिसम्बर को निर्धारित है। वोटो की गिनती 21 दिसम्बर को होनी है।
ग्राम पंचायत के रिक्त पदों के चुनाव के लिए आरओ व एआरओ की तैनाती जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से पहले ही कर दी गई है। दूसरी तरफ जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से सभी आरओ को निर्देशित किया गया है कि ग्राम पंचायतों में मुनादी कराकर रिक्त पदों की जानकारी दी जाए । पद आगे खाली न रहे इसकी कोशिश की जाए। प्रधान से संपर्क साध कर रिक्त ग्राम पंचायत की सीट पर भी उम्मीदवार को खड़ा कराने की कोशिश हो ताकि ग्राम पंचायते अपना दायित्व सही ढंग से बिना किसी बाधा के संपन्न कर सके।
जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से पुलिस को भी निर्देशित किया गया है कि गांव में वोटिंग सकुशल संपन्न कराने की व्यवस्था सुनिशित कराएं। बूथों की पड़ताल कर लें। अराजकतत्वों की पहचान कर कार्रवाई शुरू की जाए । किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए । चुनाव हर हाल में सकुशल संपन्न होना चाहिए।
बिके चार पर्चे, डाफी गांव के संगठित होने की जगी उम्मीद
पंचायत उप चुनाव के क्रम में गुरूवार को पर्चा बिक्री के दूसरे दिन स्थानीय विकास खंड के डाफी गांव के ग्राम पंचायत सदस्य पद के रिक्त चार वार्डो के लिए नामांकन पत्र बिक्री होने से अबतक असंगठित रही डाफी ग्राम पंचायत को संगठित होने की आस जग गयी है।
बतादें कि डाफी ग्राम पंचायत में दो तिहाई से कम ग्राम पंचायत सदस्यों के निर्वाचन के चलते अबतक यह गांव असंगठित है जिसके चलते निर्वाचित ग्राम प्रधान को अधिकार प्राप्त नहीं है। गांव का संचालन प्रशासक व ग्राम सचिव द्वारा होता है। यही नहीं असंगठित होने से ग्राम पंचायत में गठित होने वाली छह समितियों का गठन भी नहीं हो सका है। डाफी ग्राम पंचायत में कुल ग्राम पंचायत सदस्य के 11 वार्ड के सापेक्ष बीते पंचायत चुनाव के दौरान सात वार्ड में ही सदस्य निर्वाचित हो सके शेष चार वार्डो में नामांकन नहीं होने से ये रिक्त रह गये। दो तिहाई कोरम के अभाव में ग्राम पंचायत असंगठित हो गयी। यही नहीं डाफी गांव के प्रशासक रहे एडीओ सहकारिता सुरेश कुमार का तबादला गत 27 नवंबर हो गया तब से इस गांव में प्रशासक भी नहीं है। इस बारे में बीडीओ डा0 रक्षिता सिंह का कहना था कि प्रशासक के नियुक्ति के जिला पंचायतराज अधिकारी को पत्र भेजा गया है जल्द नियुक्ति हो जाएगी।
उधर, प्रभारी एडीओ पंचायत सतीश मौर्य ने बताया कि विकास खंड कार्यालय पर विभिन्न गांवो के रिक्त 25 वार्डो के सापेक्ष महज डाफी गांव के रिक्त चार वार्डो के लिए चार नामांकन पत्रों की ही बिक्री हुई।
बतादें कि विकास खंड के विभिन्न गांवो में कुल 25 वार्डों में ग्राम पंचायत सदस्य के पद रिक्त हैं। जिनमें नरोत्तमपुरकला गांव में चार वार्ड, डाफी में चार, सुल्तानपुर में एक, केसरीपुर में दो, मंगलपुर में एक, बंदेपुर में एक, खुशीपुर में एक, घाटमपुर में दो, नैपुराकला में चार, अमराखैराचक में दो, लखमीपुर में दो व धन्नीपुर का एक वार्ड शामिल हैं।