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वाराणसी के छोटे अस्पतालाें में है आक्सीजन की समस्या, नेबुलाइजर से मरीजों को मिल रही है राहत

ऑक्सीजन की कमी के चलते कुछ छोटे अस्पतालों में मरीजों का उपचार नहीं हो पा रहा है। साथ ही रोज एक नई समस्या उत्पन्न हो रही है। क्षमता से अधिक मरीजों के भर्ती किए जाने की जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई जिस पर जिलाधिकारी ने जांच करने का निर्देश दिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 07:03 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 07:03 PM (IST)
वाराणसी के छोटे अस्पतालाें में है आक्सीजन की समस्या, नेबुलाइजर से मरीजों को मिल रही है राहत
वाराणसी के डीएम ने बैठक में टीम के प्रत्येक सदस्यों से अस्पताल की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।

वाराणसी, जेएनएन। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिले में कोविड पाॅजिटिव मरीजों के विभिन्न चिकित्सालयों में भर्ती कराने, समुचित उपचार एवं ऑक्सीजन व्यवस्था हेतु लगाए गए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ गुरुवार को सर्किट हाउस सभागार में बैठक की। बैठक में उन्होंने टीम के प्रत्येक सदस्यों से अस्पताल की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।

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ऑक्सीजन की कमी के चलते कुछ छोटे अस्पतालों में मरीजों का उपचार नहीं हो पा रहा है। साथ ही रोज एक नई समस्या उत्पन्न हो रही है। इसलिए यह आवश्यक है कि सभी अधिकारी अपने-अपने आवंटित अस्पतालों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें कि किन-किन अस्पतालों को कुछ समय के लिए कोविड मरीजों की भर्ती से मना किया जा सके। रेमेडसिवर इंजेक्शन की अस्पतालों में डिमांड ज्यादा आ रही है, इसके लिए यह आवश्यक है कि सप्लाई के सापेक्ष की डिमांड पूरी की जाए। कोई भी अस्पताल इंजेक्शन लिखने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि यह अति आवश्यक है। कई बड़े अस्पतालों में नेबुलाइजर मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे मरीजों में सुधार है। अतः अस्पतालों को यह बताया जाय कि अपने यहां नेबुलाइजर मशीन का इस्तेमाल करें। कुछ अस्पतालों में क्षमता से अधिक मरीजों के भर्ती किए जाने की जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई, जिस पर जिलाधिकारी ने इसकी जांच करने का निर्देश दिया।

जिलाधिकारी ने नोडल अधिकारियों को अस्पतालों एवं प्रशासन के बीच की कड़ी बताते हुए कहा कि आपके प्रयास से कोविड मरीजों को अधिक सुविधाएं ससमय प्रदान करने में मदद मिलेगी तथा संबंधित का फीडबैक लेकर हम सभी और अच्छे उपचार के लिए प्रयास करेंगे। बड़े अस्पतालों में यदि कोविड हेल्पडेस्क खुल जाए तो परिजन भी अपने-अपने मरीजों का हाल-चाल जाने सकेंगे।

शव ले जाने के लिए टोल फ्री नंबर

बैठक में नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि शवों को ले जाने के लिए टोल फ्री नंबर 18001805567 तथा लैंडलाइन नंबर 0542-2221942 भी जारी किया गया है जो लोग चाहें इसकी मदद ले सकते हैं।


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