भाषणबाजी से बढ़ सकती हैं औवैसी की मुश्किलें, पीएम का नाम जोड़कर दिया था विवादित बयान; चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान
एडवोकेट शशांक शेखर ने शिकायत किया कि ओवैसी ने 25 अप्रैल को वाराणसी के नाटी इमली में आयोजित जनसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी सिर्फ मुसलमानों से नफरत है। यह भी कहा कि हमारे लोगों को जेल में जहर देकर मारा जा रहा है। मुख्तार अंसारी को भी जहर दिया गया जबकि बिसरा रिपोर्ट में सिद्ध हो गया है कि उसकी मृत्यु का कारण हार्ट अटैक है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। भाजपा विधि प्रकोष्ठ ने एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पर धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगाया है। निर्वाचन आयोग की टीम ने आरोप का संज्ञान लेते हुए भाषण के वीडियो की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
विधि प्रकोष्ठ के एडवोकेट शशांक शेखर ने सी-विजिल पर शिकायत किया कि ओवैसी ने 25 अप्रैल को वाराणसी के नाटी इमली में आयोजित जनसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी सिर्फ मुसलमानों से नफरत है। यह भी कहा कि हमारे लोगों को जेल में जहर देकर मारा जा रहा है। मुख्तार अंसारी को भी जहर दिया गया, जबकि बिसरा रिपोर्ट में सिद्ध हो गया है कि उसकी मृत्यु का कारण हार्ट अटैक है।
ओवैसी ने कहा है कि मोदी मुसलमानों को घुसपैठिया कहते हैं। ऐसी बातें मोदी ने कभी नहीं कही। यह मुस्लिम मतों को बरगलाने और उन्हें बहकाने के लिए किया जा रहा है।
ये बातें सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए और भाजपा को नुकसान पहुंचाने के लिए की जा रही है। यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। इस कारण आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
यह भी पढ़ें: संघमित्रा मौर्या को हाई कोर्ट से नहीं मिली राहत, दूसरा विवाह करने और धोखा देने के आरोप में चल रहा है मुकदमा