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Kashi Mahakal Express में कोच पांच की सीट नंबर 64 पर IRCTC ने दी सफाई, ओवेसी ने उठाए थे सवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वाराणसी से इंदौर के लिए काशी महाकाल एक्‍सप्रेस को हरी झंडी दे दी मगर इस ट्रेन पर अगले दिन से ही सियासत शुरू हो गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 10:03 AM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 04:12 PM (IST)
Kashi Mahakal Express में कोच पांच की सीट नंबर 64 पर IRCTC ने दी सफाई, ओवेसी ने उठाए थे सवाल

वाराणसी, जेएनएन। काशी विश्‍वनाथ को उज्‍जैन में महाकाल से जोड़ने वाली काशी महाकाल एक्‍सप्रेस के कोच संख्‍या पांच की सीट नंबर 64 को लेकर उठ रहे सवालों पर IRCTC ने सफाई दी है। कहा जा रहा था कि धार्मिक यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को ट्रेन से आध्‍यात्मिक रूप से जोड़ने के लिए कोच संख्‍या पांच के सीट नंबर 64 को मंदिर का रुप देते हुए इसे भगवान के नाम पर पहले दौरे के लिए रिजर्व किया गया है। हालांकि IRCTC की ओर से स्‍पष्‍ट किया गया कि यह अस्‍थाई व्‍यवस्‍था के तहत सिर्फ पहले दौरे के लिए किया गया है।

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वाराणसी से इंदौर के लिए काशी महाकाल एक्‍सप्रेस को बीते दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी। एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार सुबह से ही काशी-महाकाल एक्‍सप्रेस में कोच संख्‍या पांच की सीट नंबर 64 पर आपत्ति जता दी थी। सोमवार की सुबह ओवैसी ने तीन ट्वीट कर पीएमओ को संबोधित किया। वहीं, उन्‍होंने पोस्‍ट के साथ संविधान के एक पन्‍ने को भी शेयर कर ट्रेन में भगवान शिव को समर्पित को एक बर्थ को मंदिर का रूप दिए जाने पर आ‍पत्ति जाहिर की है। हालांकि रेलवे ने इसको लेकर स्‍पष्‍टीकरण जारी किया है कि यह अस्‍थाई व्‍यवस्‍था के तहत किया गया है। हालांकि, IRCTC के सूत्रों के अनुसार, बोगी संख्या- बी 5 के 64 नंबर बर्थ पर बना मंदिर अस्थायी है, जहां इनॉगरेशन रन के दौरान आईआरसीटीसी के कर्मचारियों ने पूजा अर्चना की।

रविवार को देश के तीन प्रमुख ज्‍योतिर्लिंगों को जोड़ने वाली काशी महाकाल एक्‍सप्रेस को इस शिवरात्रि भगवान शिव के भक्‍तों के लिए समर्पित की गई है। इस ट्रेन को शिव से जुड़े धार्मिक स्‍थलों से जोड़ने की वजह से पहली ट्रिप में ट्रेन में विशेष व्‍यवस्‍था की गई है कि कोई भी यात्री भगवान शिव को कोच संख्‍या पांच के सीट नंबर 64 पर आकर नमन कर सकता है। इस बर्थ पर भगवान शिव के प्र‍तीक के तौर पर छोटा मंदिर का स्‍वरुप पहले दौरे पर बनाया गया था। दरअसल इसी को लेकर रविवार की सुबह से ही एआइएमआइएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी की ओर से सवाल उठाया गया है।

ओवैसी ने एक नहीं दो नहीं बल्कि तीन ट्वीट कर काशी महाकाल एक्‍सप्रेस में भगवान की पूजा करने की तस्‍वीरों को एक न्‍यूज एजेंसी की ओर से जारी फोटो को शेयर किया है। वहीं ओवैसी ने अपने ट्वीट के साथ संविधान के अंश का एक हिस्‍सा भी जोड़ा है और पीएमओ को इंगित करते हुए पोस्‍ट जारी की है। 

देखते ही देखते काशी महाकाल एक्‍सप्रेस में कोच संख्‍या पांच और सीट नंबर 64 की चर्चा सोशल मीडिया पर खूब होने लगी। वहीं समर्थक भी रेलवे की ओर से कोच संख्‍या पांच के सीट नंबर 64 को भगवान शिव के लिए रिजर्व करने को लेकर आरोप प्रत्‍यारोप लगा रहे हैं, हालांकि रेलवे की ओर से स्‍पष्‍ट किया गया है कि यह स्‍थाई नहीं है। वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया में ट्रेन में बने इस मंदिर में यात्रियों के जाने, पूजा करने को लेकर तस्‍वीरें भी खूब शेयर हो रही हैं। 

सीट भगवान के नाम रिजर्व

काशी महाकाल एक्‍सप्रेेस दरअसल देश की तीसरी कॉरपोरेट ट्रेन है। इस ट्रेन से बाबा विश्वनाथ की नगरी को ओंकारेश्वर और महाकालेश्वर से जोड़ा गया है। काशी-महाकाल एक्सप्रेस चलाने की मंशा तीनों ज्‍योर्तिलिंगों को एक ही ट्रेन और रूट से कनेक्‍ट किया जाए। बारह में से तीन ज्‍योर्लिंगों को जोड़ने की वजह से ट्रेन की धार्मिक महत्‍ता को देखते हुए धार्मिक यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को ट्रेन से आध्‍यात्मिक रूप से जोड़ने के लिए कोच संख्‍या पांच के सीट नंबर 64 को मंदिर का रुप देते हुए इसे भगवान के नाम पर पहले दौरे के लिए रिजर्व किया गया है।

आगे भी रेलवे इस ट्रेन में कई अन्‍य प्रयोग कर श्रद्धालुओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रही है। वहीं, आइआरसीटीसी की ओर से भी इस ट्रेन का सोशल मीडिया में प्रचार-प्रसार प्रमोशन के जरिए किया जा रहा है।हालांकि, रेलवे के सूत्रों के अनुसार, बोगी संख्या- बी 5 के 64 नंबर बर्थ पर बना मंदिर अस्थायी है, जहां इनॉगरेशन रन के दौरान आईआरसीटीसी के कर्मचारियों ने पूजा अर्चना की। यह पहला मौका है जब ट्रेन की सीट भगवान के नाम से रिजर्व की गई है।

ट्रेन इन रुटों से होकर गुजरेगी

काशी महाकाल एक्‍सप्रेस ट्रेन हर सप्ताह मंगलवार व गुरुवार को वाराणसी जंक्‍शन से चलकर लखनऊ, कानपुर, बीना, भोपाल, उज्जैन के रास्‍ते होते हुए इंदौर तक जाएगी। वहीं,  इंदौर से बुधवार व शुक्रवार को उज्जैन, संत भोपाल के हिरदाराम नगर, बीना, कानपुर व लखनऊ से होकर वाराणसी जंक्‍शन पहुंचेगी। वाराणसी-इंदौर वाया इलाहाबाद-कानपुर-बीना होकर ट्रेन रविवार को चलेगी और सोमवार को इंदौर पहुंचेगी, जबकि सोमवार को इंदौर, उज्जैन, भोपाल में संत हिरदाराम नगर, बीना, कानपुर, इलाहाबाद होकर वापस वाराणसी पहुंचेगी। इस दौरान यात्रियों को शाकाहारी भोजन के साथ ही टूर पैकेज में विभिन्‍न धार्मिक स्‍थलों का भी भ्रमण करने का मौका मिलेगा। काशी-महाकाल एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों का 10 लाख रुपये का बीमा होगा। 

काशी से रवाना होने वाली ट्रेन का पैकेज

1-उज्जैन-ओंकारेश्वर दर्शन 

-आरंभ दिवस : सोमवार एवं बुधवार

-अवधि : दो रात तीन दिन

-किराया : प्रति व्यक्ति 9420 रुपये

-ये साइट : महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, काल भैरव मंदिर, राम मंदिर घाट, हरसिद्धि मंदिर ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर।

2-उज्जैन-ओंकारेश्वर-माहेश्वर-इंदौर

-आरंभ दिवस : शुक्रवार

-अवधि : तीन रात चार दिन

-किराया : प्रति व्यक्ति 12450 रुपये

-ये साइट : इंदौर, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, माहेश्वर में होल्कर किला, नर्मदा घाट एवं शिव मंदिर, राम मंदिर घाट, हरसिद्धि मंदिर, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर।  

3-भोपाल-सांची-भीमबेटका-उज्जैन

-आरंभ दिवस : शुक्रवार 

-अवधि : तीन रात चार दिन 

-किराया : प्रति व्यक्ति 14950 रुपये 

-ये साइट : भोपाल, सांची स्तूप, भीमबेटका रॉक पेंटिंग, काल भैरव मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर। 

4-भोपाल-सांची-भीमबेटका दर्शन

-आरंभ दिवस : सोमवार व बुधवार

-अवधि : दो रात तीन दिन 

-किराया : प्रति व्यक्ति 8480 रुपये

-ये साइट : भोपाल, सांची स्तूप, भीमबेटका रॉक पेंटिंग। 

काशी आने वाली ट्रेन में टूर पैकेज 

1-काशी दर्शन एक 

-आरंभ दिवस : शनिवार 

-अवधि : एक रात दो दिन 

-किराया : प्रति व्यक्ति 6010 रुपये

-ये साइट : श्रीकाशी विश्वनाथ दर्शन, संकट मोचन मंदिर, दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती। 

2-काशी दर्शन दो 

-आरंभ दिवस : मंगलवार

-अवधि : दो रात तीन दिन 

-किराया : प्रति व्यक्ति 8110 रुपये 

-ये साइट : श्रीकाशी विश्वनाथ दर्शन, संकट मोचन मंदिर, दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती, सारनाथ।  

3-काशी-प्रयाग दर्शन

-आरंभ दिवस : मंगलवार 

-अवधि : दो रात तीन दिन 

-किराया : प्रति व्यक्ति 10050 रुपये 

-ये साइट : श्रीकाशी विश्वनाथ दर्शन, संकट मोचन मंदिर, दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती, सारनाथ, प्रयाग में संगम, लेटे हनुमान मंदिर। 

4-काशी-प्रयाग-अयोध्या दर्शन

-आरंभ दिवस : शनिवार 

-अवधि : तीन रात चार दिन 

-किराया : प्रति व्यक्ति 14770 रुपये

-ये साइट : श्रीकाशी विश्वनाथ दर्शन, संकट मोचन मंदिर, दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती, सारनाथ, प्रयाग में संगम, लेटे हनुमान मंदिर, श्रृंगवेरपुर, अयोध्या में श्रीराम मंदिर, हनुमान गढ़ी।

5-काशी-अयोध्या-प्रयाग दर्शन 

-आरंभ दिवस : गुरुवार 

-अवधि : तीन रात चार दिन 

-किराया : प्रति व्यक्ति 14770 रुपये 

-से साइट : श्रीकाशी विश्वनाथ दर्शन, संकट मोचन मंदिर, दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती, सारनाथ, अयोध्या में श्रीराम मंदिर, हनुमान गढ़ी, प्रयाग में संगम, लेटे हनुमान मंदिर, श्रृंगवेरपुर।    

महाकाल एक्सप्रेस का किराया

-बनारस-इंदौर : 1951 रुपये

-बनारस-उज्जैन : 1803 रुपये

-बनारस-हरिदाराम नगर : 1599 रुपये

-बनारस-कानपुर : 980 रुपये

-बनारस-लखनऊ : 500 रुपये

-बनारस-इलाहाबाद : 395 रुपये

-इंदौर-बनारस : 2016 रुपये

-उज्जैन-बनारस : 1963 रुपये

-उज्जैन-लखनऊ :1680 रुपये


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