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वाराणसी में नगर निगम और टाटा ट्रस्ट के सहयोग से घरेलू कचरे से जैविक खाद बनाने का चल रहा प्रयोग

वाराणसी में नगर निगम वाराणसी और टाटा ट्रस्ट के संयुक्‍त प्रयास से घरेलू कचरे से जैविक खाद बनाने का प्रयोग इन दिनों चल रहा है। बीते वर्ष भी कई घरों में किचन से निकलने वाले जैविक कचरे से खाद बनाने का काम शुरू किया गया था।

By Abhishek sharmaEdited By: Published: Sat, 06 Feb 2021 12:14 PM (IST)Updated: Sat, 06 Feb 2021 12:14 PM (IST)
वाराणसी में नगर निगम और टाटा ट्रस्ट के सहयोग से घरेलू कचरे से जैविक खाद बनाने का चल रहा प्रयोग
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने अपने आवास पर घरेलू कचरे से जैविक खाद को हासिल किया।

वाराणसी, जेएनएन। वाराणसी में नगर निगम वाराणसी और टाटा ट्रस्ट के संयुक्‍त प्रयास से घरेलू कचरे से जैविक खाद बनाने का प्रयोग इन दिनों चल रहा है। बीते वर्ष भी कई घरों में किचन से निकलने वाले जैविक कचरे से खाद बनाने का काम शुरू किया गया था अब इसका दायरा बड़ करने के क्रम में अधिकारियों ने भी पहल की है। इस कड़ी में नगर निगम वाराणसी और टाटा ट्रस्‍ट के संयुक्त प्रयासों से नगर आयुक्त गौरांग राठी ने भी अपने आवास पर घर से निकलने वाले दैनिक कचरे से खाद बनाकर नगरवासियों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित किया है। 

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नगर निगम वाराणसी एवं टाटा ट्रस्ट के संयुक्त प्रयासों से नगर आयुक्त गौरांग राठी ने अपने आवास पर, घर से निकलने वाले दैनिक कचरे को विघटन प्रक्रिया में डाल जैविक खाद बनाने की कार्यविधि जान उसे उपयोग में लाया। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने कचरा प्रबंधन एवं पृथक्करण से दैनिक जीवन और पर्यावरण को होने वाले लाभों को उजागर करते हुए कचरे को मुख्यतः चार वर्ग में बांंट चार रंगों के कूड़ेदान के प्रयोग को भी बढ़ावा दिया, जिसमे हरा रंग बायोडिग्रेडेबल कचरे, नीला रंग गैर बायोडिग्रेडेबल कचरे, काला रंग रासायनिक एवं विषाक्त कचरे और लाल रंग सर्जिकल एवं धातु कचरे के लिए उपयोग किया जाए।

मकसद क्‍लीन और ग्रीन काशी

टाटा ट्रस्‍ट और नगर निगम के सहयोग से चलने वाली इस परियोजना के तहत शुरू में कुछ घरों को चयनित कर उनके घर से निकलने वाले कचरे को अलग अलग करके उनको जैविक खाद बनाकर गमलों में प्रयोग करने का काम शुरू किया गया था। इसकी वजह से कई घरों में किचन गार्डन की भी स्थिति और बेहतर आंकी गई। बीते वर्ष भी परियोजना के परिणामों को साझा किया गया था। अब नगर आयुक्त गौरांग राठी ने अपने आवास पर इस प्रयोग को किया और घरेलू कचरे से जैविक खाद को हासिल किया। इस खाद को गमले में भी डाला जाएगा और उससे बेहतर उत्‍पादन की उम्‍मीद जाहिर की गई है।

स्‍मार्ट सिटी के लिए पहल

वाराणसी स्‍मार्ट सिटी परियोजना में कचरों का निस्‍तारण एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है। ऐसे में स्‍मार्ट सिटी के लिए नगर निगम के साथ टाटा ट्रस्‍ट ने घरेलू कचरे से खाद बनाने के लिए प्रयोग शुरू किया। प्रयोग शुरू होने के बाद कई घरों में छोटे स्‍तर पर जैविक खाद बनाने का उपक्रम शुरू हुआ तो कई घरों में रसोई से निकले कचरे की बदौलत जैविक खाद मिलने लगा है। इससे कचरा न तो नाली में जा रहा है और न ही कूड़ाघर में और बदबू की भी वजह नहीं बन रहा है। इस बाबत नगर आयुक्त गौरांग राठी के प्रयोग को स्‍मार्ट सिटी की ओर से इंटरनेट मीडिया में भी शेयर कर क्‍लीन और ग्रीन का संकल्‍प दोहराया गया है। 


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