एनआरसी का असर देश की गरीब जनता पर पड़ेगा, झोपड़पट्टी वाले कहां से देंगे सबूत : पीएल पुनिया
डॉ. पीएल पुनिया ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एनआरसी लागू होने से उसका असर किसी एक धर्म पर नहीं देश की गरीब जनता पर पड़ेगा।
वाराणसी, जेएनएन। शहर में पहुंचे कांग्रेस के नेता और राज्यसभा सदस्य डॉ. पीएल पुनिया ने शनिवार को कहा कि एनआरसी लागू होने से उसका असर किसी एक धर्म पर नहीं बल्कि देश की गरीब जनता पर पड़ेगा। झोपड़पट्टी में रहने वाले अपना सबूत कैसे दे पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एनआरसी को लेकर जिस तरह से विरोध चल रहा है विरोध जारी रहेगा और जब तक सरकार इसे वापस नहीं ले लेती, देश के नागरिक विरोध करते रहेंगे।
डॉ. पी एल पुनिया रविवार को दोपहर में विमान द्वारा वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर दैनिक जागरण के प्रतिनिधि से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह नोटबंदी के दौरान लाइन मिलकर देश की जनता को अपना पैसा जमा करना पड़ा। उसी तरह एनआरसी लागू होने पर लोगों को भारत का नागरिक होने का दस्तावेज बनवाने के बाद दिखाना पड़ेगा। इसका उपाय केवल एक ही है कि प्रधानमंत्री घोषणा करें कि इस कानून को हम वापस लेते हैं और मिल बैठकर आपस में जो आम सहमति बनेगी उस पर हम काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि लोग आज भी कांग्रेस पार्टी पर विश्वास करते हैं कि कांग्रेस पार्टी द्वारा लोगों के साथ धोखा नहीं किया जाएगा जबकि लोगों को यह पता है कि भाजपा उनके साथ विश्वासघात करेगी। तीन तलाक धारा 370 और अन्य की अपेक्षा में एनआरसी को लेकर विरोध तेज है इसको लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि तीन तलाक या धारा 370 हटाए जाने का मामला किसी एक धर्म या राज्य से जुड़ा था लेकिन एनआरसी लागू करने से देश के सभी लोगों को भारतीय होने का प्रमाण पत्र दिखाना पड़ेगा। यही कारण है कि इसका विरोध मुसलमान ही नहीं हिंदू धर्म के लोगों द्वारा भी किया जा रहा है। एनआरसी का विरोध कांग्रेस ही नहीं सभी पार्टियां कर रही हैं और हिंदुस्तान के जन-जन द्वारा इसका विरोध किया जा रहा है।