बनारस से आगरा के बीच अब सेमी हाईस्पीड ट्रेन, दूरी महज साढ़े तीन घंटे में होगी तय
अब बनारस और आगरा के बीच की 700 किलोमीटर की दूरी साढ़े तीन घंटे में तय की जा सकती है। इसके लिए बनारस से आगरा के बीच सेमी हाईस्पीड ट्रेन चलेगी।
वाराणसी [देवव्रत त्रिवेदी] । अब बनारस और आगरा के बीच की 700 किलोमीटर की दूरी साढ़े तीन घंटे में तय की जा सकती है। फोरलेन, ¨रग रोड व जलमार्ग से काशी वासियों को मिले पीएम के तोहफे के बाद अब रेल मंत्रालय ने शहर को सेमी हाईस्पीड ट्रेन देने का निर्णय लिया है। ऐसा होने पर प्रदेश के दो पर्यटन क्षेत्रों के बीच आवागमन सुविधा को सुगम किया जा सकेगा। दोनों ही शहरों में बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी पहुंचते हैं, अभी यह दूरी 10 से 12 घंटे में तय हो रही है। लखनऊ मंडल बहुत जल्द सेमी हाईस्पीड ट्रेन के लिए सर्वे शुरू करने जा रहा है। आधारभूत ढांचे का विकास करते हुए परियोजना को मूर्त रुप देने की कोशिश की जा रही है।
पांच हाईस्पीड कॉरीडोर पर चल रहा मंथन : आगरा-वाराणसी के अलावा मुंबई से बेंगुलरू और दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच भी हाई स्पीड कॉरीडोर बनाने पर सहमति बन चुकी है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह अहम जानकारी साझा भी की है।
रेल मंत्री ले रहे विशेष रुचि : आगरा से बनारस के बीच सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने की योजना पर रेल मंत्री पीयूष गोयल विशेष रुचि ले रहे हैं। रेल विभाग अधिकारियों की मानें तो पीएम का संसदीय क्षेत्र होने के नाते प्रोजेक्ट पर सभी की निगाहें रहेंगी। आगरा से बनारस के बीच दो रूट हैं, इनमें वाया कानपुर, लखनऊ और वाया कानपुर, इलाहाबाद है। रूट फाइनल करने के साथ ही आधारभूत ढांचे का निर्माण और विकास करना होगा।
बोले अधिकारी : मंत्रालय में योजना बन रही है, रूट फाइनल होने के बाद मंडल स्तर से योजना को धरातल पर लाने की कार्रवाई की जाएगी। - सतीश कुमार, मंडल रेल प्रबंधक, उत्तर रेलवे, लखनऊ