पेट्रोल पंपों तक तेल पहुंचाने में लगे टैंकरों के ताले अब खुलेंगे ओटीपी से, नहीं हो पाएगी रास्ते में तेल की चोरी
पेट्रोलियम उत्पादों की चोरी की बढ़ती शिकायतों के समाधान के लिए भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड ने अब तकनीक को हथियार बनाया है।
वाराणसी [राकेश श्रीवास्तव]। पेट्रोल पंपों तक तेल पहुंचाने में लगे टैंकरों के ताले अब ओटीपी से खुलेंगे। टैंकर के ताले में चाबी तब तक फिट नहीं हो सकेगी जब तक कि ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) नहीं भरा जाएगा। पेट्रोलियम उत्पादों की चोरी की बढ़ती शिकायतों के समाधान के लिए भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड ने अब तकनीक को हथियार बनाया है।
कंप्यूटर जेनरेट करेगा ओटीपी भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के डिपो (चंदौली के अलीनगर) से रोजाना सैकड़ों टैंकर पूर्वाचल के विभिन्न जिलों में पेट्रोलियम उत्पाद पहुंचाने के लिए निकलते हैं। टैंकरों में कंप्यूटर आधारित दो ताले लगे होते हैं। जो अब तभी खुलेंगे जब पेट्रोल पंप मालिक या उनका अधिकृत प्रतिनिधि कंपनी से ओटीपी हासिल करे। ओटीपी कंप्यूटर से जेनरेट होकर पंप के अधिकृत व्यक्ति के मोबाइल पर पहुंचता है। ऐसे में कंपनी चाहकर भी खेल नहीं कर सकती है।
- चोरी पर अंकुश को उठाया कदम डीजल-पेट्रोल लदे टैंकरों की निगरानी कंपनियां जीपीएस 'ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम' के जरिए करतीं हैं। तेल चोरी की शिकायतें कम हुई, लेकिन खत्म नहीं हो सकीं। शिकायतों को शून्य पर लाने के लिए बीपीसीएल ने नया सिस्टम लागू किया है।
- कंपनी के नए कदम से राहत मिली है। अब तेल टैंकर के ताले पेट्रोल पंप पर ही खुलने की गारंटी हो गई है। नई व्यवस्था के बाद से कई तरह की राहत मिली है। - विशाल चौरसिया, प्रबंधक सरोजा पेट्रोलियम
- वर्जन कंपनी के लिए उपभोक्ता हित सर्वोपरि है। नई व्यवस्था में ओटीपी से टैंकर का ताला खुलेगा, ताकि चोरी की गुंजाइश शून्य रहे। ओटीपी की जानकारी सिर्फ पेट्रोल पंप के अधिकृत व्यक्ति के मोबाइल पर पहुंचती है। - महेंद्र नाथ, विपणन अधिकारी वाराणसी परिक्षेत्र