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वाराणसी में अब एप से बुक कराएं नाव और करें गंगा में विहार, रीयल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम से पल-पल की जानकारी

गंगा में संचालित नावों की बुकिंग के लिए शुक्रवार को एप लांच किया गया जिसका नाम नावी रखा गया है। नावी ऐप को निर्बाध नाव बुकिंग सेवा प्रदान करने के इरादे से बनाया गया है। नावी जलमार्ग प्रालि एक ऐप आधारित एकत्रीकरण और रीयल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम में अग्रणी है

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 09:54 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 09:54 PM (IST)
वाराणसी में अब एप से बुक कराएं नाव और करें गंगा में विहार, रीयल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम से पल-पल की जानकारी
नावी जलमार्ग प्रालि एक ऐप आधारित एकत्रीकरण और रीयल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम में अग्रणी है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : गंगा में संचालित नावों की बुकिंग के लिए शुक्रवार को एप लांच किया गया जिसका नाम नावी रखा गया है। निषादराज घाट पर मुख्य अतिथि सहायक निदेशक पर्यटन अमित कुमार ने शुभारंभ किया। नावी वाटरवेज एप स्थानीय निवासी राकेश तिवारी के दिमाग की उपज है। संस्थापक आदित्यराज गुप्ता व सह संस्थापक विश्वनाथ गायतोंडे हैं। नावी ऐप को निर्बाध नाव बुकिंग सेवा प्रदान करने के इरादे से बनाया गया है। नावी जलमार्ग प्रालि एक ऐप आधारित एकत्रीकरण और रीयल टाइम ट्रैकिंग सिस्टम में अग्रणी है।

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ऐप को बनाने के पीछे की सोच है कि एक असंगठित बाजार में उपभोक्ताओं के लिए मूल्य निर्धारण में पारदर्शिता रहे। एक उद्योग में सिस्टम और निर्धारित सुरक्षा प्रोटोकाल सुनिश्चित हो सके। ऐप सभी मोबाइल प्लेटफार्म पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। नावों की तत्काल व पूर्व बुकिंग की सुविधा है। आइओटी के माध्यम से नाव के स्थान की रीयल टाइम ट्रैकिंग, इस प्रकार प्रक्रिया में सुरक्षा और पारदर्शिता को सक्षम बनाता है।

ग्राहक और सिस्टम को सवारी का ट्रैक रखने में मदद मिलेगी

नावों में स्थापित आइओटी डिवाइस, जीपीएस से लैस है जो सर्वर को वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है जिससे ग्राहक और सिस्टम को सवारी का ट्रैक रखने में मदद मिलती है। ऐप सुनिश्चित करता है कि नाव पर लाइफ जैकेट है कि नहीं। आपात स्थिति से निबटने के लिए नाविक को प्रशिक्षित किया जाता है। ऐप एक डिजिटल भुगतान समाधान लाता है जो नौका विहार उद्योग के लिए वैध आय को बढ़ावा देता है। जीएसटी के माध्यम से सरकार के लिए राजस्व की एक नई धारा भी खोलता है।

वाराणसी में लगातार पर्यटकों की संख्‍या बढ़ती ही जा रही है और ऐसे में बेहतर सुविधा के साथ नौका संचालन की योजना से जरूर लाभ होगा। आधुनिक तकनीक से पर्यटकों को काशी भ्रमण में एक नया अनुभव भी होगा। लोगों को ठगी का सामना भी नहीं करना होगा।


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