गाजीपुर में एक लाख का इनामिया कुख्यात अपराधी शिवा ने किया आत्मसमर्पण, तलाश में थी पुलिस
गाजीपुर पुलिस के लिए सिर दर्द बना कुख्यात अपराधी व एक लाख रुपये का इनामिया शिवा उर्फ शिवशंकर बिंद शुक्रवार को पुलिस को चकमा देकर गैंगेस्टर कोर्ट में हाजिर हो गया।
गाजीपुर, जेएनएन। जनपद पुलिस के लिए सिर दर्द बना कुख्यात अपराधी व एक लाख रुपये का इनामिया शिवा उर्फ शिवशंकर बिंद शुक्रवार को पुलिस को चकमा देकर गैंगेस्टर कोर्ट में हाजिर हो गया। इसकी खबर मिलते ही भारी संख्या में पुलिस कोर्ट पहुंच गई। यहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। वर्ष 2014 में नंदगंज थाना के पुराने गैंगेस्टर के मामले में फरार चल रहा था। शिवा एक नहीं बल्कि कई बार पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ था। पुलिस ने इसे गिरफ्तार करने के लिए काफी प्रयास किया, लेकिन बार-बार असफलता ही हाथ लगी। इधर प्रदेश में ताबड़तोड़ अपराधियों के हो रहे एनकाउंटर से सहमा शिवा पुलिस को चकमा देकर कोर्ट की शरण में पहुंच गया।
नगर कोतवाली के रजदेपुर देहाती निवासी शिवा बिंद पुलिस के सिर दर्द बन गया था। इसे गिरफ्तार के लिए पुलिस इसके ठिकानों पर दबिश देती रही, लेकिन हाथ कुछ नहीं लगता था। शिवा का नेटवर्क इतना तगड़ा था कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही उसे पता हो जाता था और भागने में सफल हो जाता था। इसका आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। वर्ष 2010 में वाराणसी के चेतगंज थाना में उसने एक सराफा व्यवसायी की गोली मारकर हत्या की थी। 2013 में नंदगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले एक सराफा कारोबारी की गोली मारकर हत्या करने के बाद उसकी बाइक और लाखों के जेवरात लूट लिया था। 2015 में अपने साथियों के साथ नंदगंज थाना क्षेत्र के ही एक अन्य सराफा कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर लूट की घटना को अंजाम दिया था। 2016 में नगर के यूको बैंक के बाहर मनोज ङ्क्षसह की गोली मारकर हत्या कर 28 लाख रुपये की हुई लूट में भी शिवा का नाम आया था। पुलिस ने इसके खिलाफ 50 हजार का इनाम रखा रहा था। पुलिस के काफी प्रयास के बाद भी हाथ नहीं लगने पर इनाम की राशि बढ़ाकर एक लाख कर दिया। पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ हो रहे एनकाउंटर को देखकर शिवा भी सहम गया। पुलिस द्वारा जगह-जगह शिवा बिंद के पोस्टर लगाए गए थे। इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस इधर-उधर खाक छानती रही और शिवा चकमा देकर गैंगेस्टर जज गौरव कुमार के न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। इसकी खबर मिलते ही पुलिस महकमे में निराशा छा गई। अब पुलिस इसे रिमांड पर लेने की कार्रवाई में जुट गई है। इस दौरान शहर कोतवाल दिलीप सिंह फोर्स के साथ कोर्ट पहुंच गए। यहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।