Lockdown in varanasi : नहीं बढ़ रही गाडिय़ों की संख्या, टोलप्लाजा के कर्मचारी भी घटे
Lockdown in varanasi नहीं बढ़ रही गाडिय़ों की संख्या टोलप्लाजा के कर्मचारी भी घटे।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी के प्रकोप के कारण टोल प्लाजा पर गाडिय़ों की संख्या में बढ़ोत्तरी नहीं हो रही। टोल प्लाजा के मात्र 20 फीसद कर्मचारी ही मोर्चा भी संभाले हैं। देश भर में लॉकडाउन के बाद सरकार ने 26 मार्च से टोलप्लाजा की वसूली पर रोक लगा दी थी जिसे 22 अप्रैल को शुरू किया गया। इस दौरान मात्र 1500 से 2500 तक गाडिय़ां ही टोल प्लाज़ा से गुजर रही थीं। सरकार ने जरूरी निर्माण के कार्य में लगी गाडिय़ों को छूट तो दी लेकिन लेबर की कमी के कारण काम काफी प्रभावित हो रहा है। छूट के बाद भी अभी गाडिय़ों की संख्या मात्र चार तक ही पहुंच पाई है जबकि आम दिनों में डाफी टोल प्लाज़ा से 16 से 18 हजार गाडिय़ां प्रतिदिन गुजरती थीं। टोल प्लाज़ा हेड मनीष कुमार ने बताया कि कोरोना के डर से कर्मचारी भी नहीं आ रहे हैं। आम दिनों में जहां एक शिफ्ट में 20 कर्मचारी काम करते थे, अभी मात्र चार-पांच से काम चलाया जा रहा। कुछ कर्मचारी हॉटस्पॉट एरिया में फंसे हैं तो कुछ पुलिस के डर से ड्यूटी नही आ रहे हैं।
लॉकडाउन से करोड़ों का नुकसान
डाफी टोलप्लाज़ा हेड मनीष कुमार ने बताया कि लॉकडाउन के कारण करोड़ों का नुकसान हुआ है। आम दिनों में डाफी टोल प्लाज़ा की वसूली लगभग 50 लाख प्रतिदिन रहती थी जो इस समय अधिकतम 8 से 10 लाख तक सीमित रह गयी है। मनीष कुमार ने बताया की टोलप्लाज़ा पर काम कर रहे कर्मचारियों को सुरक्षा के लिहाज से सैनिटाइजर, हैंड ग्लव्स, मास्क, कैश के लिए अलग टोकरी का विशेष इंतजाम किया गया है क्योंकि यहाँ पर देश भर की गाडिय़ों से लोग आते हैं जिनसे संक्रमण का खतरा बना रहता है। लोगों को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और फास्टैग से भुगतान को भी जागरूक किया जा रहा है।