नीति आयोग ने व्यवहार परिवर्तन के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया
नीति आयोग के निर्देश पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी और नीति आयोग से आयी निदेशक व्यवहार परिवर्तन योगिता कौल की अगुवाई में टीम ने मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षित किया।
वाराणसी, जेएनएन। सेवापुरी विकासखंड के सभागार में शुक्रवार को व्यवहार परिवर्तन को लेकर दूसरे दिन नीति आयोग के निर्देश पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी और नीति आयोग से आयी निदेशक व्यवहार परिवर्तन योगिता कौल की अगुवाई में टीम ने मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षित किया। स्वयं सहायता समूह की भोली देवी, नीलम कुमारी नीलम देवी, मुन्नी देवी, अमरावती देवी सुमन देवी, शकुंतला देवी समेत 60 से अधिक स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मौजूद थीं जिनको स्वास्थ्य एवं पोषण के विषय में जानकारी दी गई।
इस अवसर पर निदेशक व्यवहार परिवर्तन ने बताया कि गांव में किस तरीके से स्वयं सहायता समूह की महिलाएं लोगों को एकजुट कर नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य एवं पोषण की जानकारी देंगे जब हमारी महिलाएं नवजात शिशु के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेंगी और उनके व्यवहार में परिवर्तन होगा तो वे समाज को बदलने में सहायक सिद्ध होंगी। इस अवसर पर निदेशक व्यवहार परिवर्तन ने कहा कि मां का दूध नवजात शिशुओं के लिए अमृत समान होता है। इसलिए मां का दूध शिशु के लिए अत्यंत जरूरी है। गर्भधारण के बाद से ही महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण सबसे महत्वपूर्ण है। नवजात शिशु होने के बाद भी अनवरत जारी रखना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने बताया कि मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद गांव में जाएंगे और गांव की माताओं और किशोरियों को व्यवहार परिवर्तन के लिए प्रेरित करेंगी क्योंकि जब महिलाओं के व्यवहार में परिवर्तन होगा तो निश्चित तौर पर महिलाएं समाज को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। कार्यक्रम में सेंट्रल फार सोशल चेंज बिहेवियर की सोनिका सिंह, साक्षी यादव, श्रेया सिंह, अखिलेश और वैभव कुमार गुप्ता भी मौजूद थे।