कल्पना को धरातल पर उतारना सिखा रहा निफ्ट, भारत सरकार देती है सर्टिफिकेट
वाराणसी में निफ्ट रायबरेली के विस्तार केंद्र चौकाघाट ने बनारस में कार्य करना शुरू कर दिया है। हर प्रदेश में केवल एक ही निफ्ट खुल सकता है।
वाराणसी, जेएनएन। डिजाइनर कपड़ों का जोर इस समय पूरी दुनिया में। चाहे स्त्री हो या पुरुष सब चाहते है कि उन्होंने जो पहना हो वह सबसे अलग हो। बनारस में राष्ट्रीय फैशन टेक्नालाजी संस्थान (निफ्ट) रायबरेली के विस्तार केंद्र चौकाघाट ने बनारस में कार्य करना शुरू कर दिया है। हर प्रदेश में केवल एक ही निफ्ट खुल सकता है इसलिए बनारस में विस्तार केंद्र खोला गया है। निफ्ट के वरिष्ठकर्मी मुख्तार हुसैन ने बताया कि यहां प्रशिक्षुओं को उनकी कल्पना को धरातल पर उतारने की कला सिखाते हैं।
विचार को पहले निफ्ट के प्रोग्रामिंग पर देखते हैं, उसके कई इमेज देखे जाते हैं। प्रशिक्षु को टेबल हथकरघे पर उस डिजाइन का कपड़े का एक टुकड़ा बनाना होता है। उसके बाद मास्टर उसका विश्लेषण करते हैं फिर उस पर निर्णय होता है। बनारस और आस-पास के जनपदों में सैकड़ों वर्ष से हथकरघा पर कार्य होता आ रहा है। धीरे-धीेरे बनारस की यह कला समाप्त होने लगी। इस पर कुछ लोग ही कुंडली मार कर बैठ गए। ऐसे में निफ्ट का ध्यान इस ओर गया, निफ्ट में चार तरह की कला का प्रशिक्षण दिया जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस में प्रवेश के लिए अधिकतम आयु सीमा नहीं है। महिला- पुरुष को केवल हाईस्कूल पास होना चाहिए। तीन से छह माह के कोर्स के बाद इन्हें निफ्ट प्रमाण पत्र देता है।
इसका दिया जाता है प्रशिक्षण : कैड फॉर टेक्साटइल में साफ्टवेयर आधारित डिजाइनिंग के बारे में जानकारी दी जाती है। टेक्सटाइल फॉर होम एंड इंटीरियर्स में जानकारी दी जाती है कि कौन सा कपड़ा और रंग किस सीजन में अधिक प्रचलन में रहेगा। डिजाइन एंड थिंक बिआंड में बताया जाता है कि डिजाइन को मूर्त रूप से कैसे उतारा जाता है। प्रिंट डिजाइन कैंड में सिखाया जाता है कि आधुनिक करघे व इलेक्ट्रानिक जकार्ड का कैसे प्रयोग किया जाए।