वाराणसी की निधि ने मरणोपरांत अंग दान कर समाज को दिया संदेश, प्रधानमंत्री ने निधन पर व्यक्त की शोक संवेदना
वाराणसी जिले की निधि श्रीवास्तव ने मरणोपरांत अंग दान किया है। समाज को इस संदेश को लेकर प्रधानमंत्री ने निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है। इस प्रकरण की जानकारी होने के बाद लोगों में खूब चर्चा हो रही है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। काशी की बीस वर्षीय बेटी निधि श्रीवास्तव मर कर अमर हो गईं..। सिगरा, माधोपुर की रहने वाली निधि श्रीवास्तव परिवार की आर्थिक तंगी की वजह से गुजरात के जामनगर की एक फैक्ट्री में कार्य कर रही थीं। पिछले 14 मई को फैक्ट्री के लिए निकलीं, इसी बीच सड़क हादसे का शिकार हो गईं। सिर पर आई गंभीर चोट से अचेत निधि को आसपास के लोगों ने तत्काल स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराकर परिवार के लोगों को सूचित किया। इस बीच घटना की जानकारी भाजपा के प्रदेश सहप्रभारी सुनील ओझा को मिली। तत्काल अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में इलाज की व्यवस्था की गई लेकिन छह दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 19 मई को निधि ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
लेकिन मौत से पहले हृदय, लीवर, किडनी,आंख आदि अस्पताल को डोनेट कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निधि श्रीवास्तव के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। भाजपा काशी क्षेत्र के मीडिया प्रभारी नवरतन राठी ने बताया कि 20 मई की देर रात निधि का पार्थिव शरीर अहमदाबाद से एंबुलेंस द्वारा घर लाया गया। वरिष्ठ भाजपा जनों ने उनके आवास पर जाकर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की और शव यात्रा में शामिल हुए। वहीं निधि के परिवार की ओर से इस बाबत जानकारी सामने आने के बाद यह प्रकरण भी खूब चर्चा में आ गया है।
निधि के पिता सोनू श्रीवास्तव पेशे से मजदूर हैं और उसी की आमदनी से पांच बच्चों का भरण पोषण करते हैं। बेटी के गुजरने से पूरा परिवार टूट गया है, भाई अतुल ने मुखाग्नि दी। शोक संवेदना प्रकट व शवयात्रा में प्रधानमंत्री संसदीय कार्यालय के प्रभारी शिवशरण पाठक, महानगर अध्यक्ष विधासागर राय, नवरतन राठी, शैलेंद्र मिश्रा, राजेश यादव चल्लू, सिंधु सोनकर,जगन्नाथ ओझा, रामशरण बिंद, पंकज पटेल, सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।