फ्लाईओवर हादसे के बाद जेल गए अधिकारियों की पत्नियों ने मंदिर में की मूर्ति स्थापना
हादसा स्थल के करीब कमलापति त्रिपाठी कालेज के पास रविवार को करते हुए मंदिर तोड़ने के लिए माफी मांगी और मंदिर में मूर्तियों को वैदिर परंपरानुसार स्थापित कराया।
वाराणसी, जेएनएन। बीते वर्ष चौकाघाट लहरतारा फ्लाईओवर हादसे के बाद जिम्मेदार अधिकारियों को जेल भेज दिया गया था। ओवर ब्रिज निर्माण के दौरान कई निर्माणों को तोड़ा गया था जिसकी जद में एक मंदिर भी आया था। अब जेल से अपने पतियों की रिहाई के लिए पत्नियों ने आपसी सहयोग से उस तोड़े गए मंदिर की स्थापना हादसा स्थल के करीब कमलापति त्रिपाठी कालेज के पास रविवार को करते हुए मंदिर तोड़ने के लिए माफी मांगी और मंदिर में मूर्तियों को वैदिर परंपरानुसार स्थापित कराया।
इस दौरान फ्लाईओवर निर्माण से जुडे वर्तमान अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। अब मंदिर को नए स्वरूप में निर्मित किया गया है। जबकि पूर्व में मंदिर को विभाग की ओर से तोड़ दिया गया था, इसके बाद से ही मूर्तियों को नए जगह पर स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा था।
लोगों में चर्चा इस बात की रही कि इससे न सिर्फ हादसे में मृतकों की आत्मा काे शांति मिलेगी बल्कि आस पड़ोस के लोगों को भी दर्शन पूजन का पूर्ववत लाभ मिल सकेगा। इस दौरान पूर्व परियोजना प्रबंधक के आर सूदन, लालचंद सिंह व राजेंद्र सिंह की पत्नियों ने विधि विधान पूर्वक पूजा कर क्षमा प्रार्थना भी की। वहीं वर्तमान में उप्र सेतु निेगम के उप परियोजना प्रबंधक ए के सिंह, सहायक अभियंता जेएस तिवारी, दीपक मिश्रा, वीर सिंह सहित विभाग के ही अभय शुक्ला, प्रकाश चंद्र सोनकर, अमित कुमार सिंह, महावीर प्रसाद, नवमी लाल, अशोक कुमार, अशोक कुमार पांडेय व हरिलाल सहित स्थानीय लोग मौजूद रहे।