आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को मिलेगी छत, ग्राम प्रधान को अपने स्तर से जल्द निर्माण शुरू कराने का निर्देश
शासन ने जिले के 36 आंगनबाड़ी केंद्रों को बजट स्वीकृत करते हुए जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। खुले आसमान के नीचे चल रहे कई आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को जल्द ही छत मिलेगी। शासन ने जिले के 36 आंगनबाड़ी केंद्रों को बजट स्वीकृत करते हुए जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया है। 103 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य चल रहा है। नए भवनों का निर्माण ग्राम पंचायत स्तर से होना है, ऐसे में ग्राम प्रधान को अपने-अपने ग्राम पंचायत में प्रस्तावित जमीन पर आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण जल्द से जल्द शुरू कराने को कहा गया है।
अभी तक जिले में मात्र 322 आंगनबाड़ी केंद्र के अपने भवन हैं।
जिले में कुल 3914 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन केंद्रों पर तीन लाख 25003 बच्चे पंजीकृत हैं। जिले में मात्र 322 आंगनबाड़ी केंद्र के अपने भवन होने से साफ जाहिर है कि बाकी बच्चे खुले आसमान के नीचे या प्राथमिक विद्यालयों में संचालित हो रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्र खुले आसमान के नीचे संचालित होने के चलते पंजीकृत बच्चों को काफी परेशानी होती है।
यहां प्रस्तावित हैं आंगनबाड़ी केंद्र
काशी विद्यापीठ ब्लाक : महेशपुर, कादीपुर, नाथूपुर, सगहट, हरपालपुर, छितौनी कोट।
आराजीलाइन : मिल्कीचक, करनाडाड़ी, गनेशपुर, अयोध्यापुर, दयापुर, बसंतपुर।
चोलापुर : चौबेपुर खुर्द, खनुआन, रजला, मवइयां।
बड़ागांव: असवारी, मधुमखिया, नथईपुर, चकखरावन।
हरहुआ: चंदापुर, ऐढ़े, उदयपुर, दासेपुर।
सेवापुरी : गजापुर, लोहराडीह, नहवानीपुर, लखनसेनपुर।
चिरईगांव: शंकरपुर, हदृयपुर, भसोड़ी, तोफापुर।
पिंडरा: सरातक्खी, गजोखर, मानी, रमईपट्टी।
बोले अधिकारी : वर्ष 2019-20 में जिले में 36 नए आंगनबाड़ी केंद्रों को हरी झंडी मिली है। इसमें दो लाख रुपये विभाग से मिलता है। 1.06 लाख रुपये शौचालय और पेयजल के लिए मिलता है। मनरेगा से 4.46 लाख रुपये। कुल 7.52 लाख रुपये एक आंगनबाड़ी केंद्र के लिए बजट आया है। -इफ्तेखार अहमद, जिला कार्यक्रम अधिकारी।