आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस, पेयजल तक की व्यवस्था नहीं
नाम आधुनिक चीरघर पेय जल तक की व्यवस्था नहीं
आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस, पेयजल तक की व्यवस्था नहीं
- फारेंसिक डाक्टर, कंप्यूटर आपरेटर व वार्ड ब्वाय तक की नहीं तैनाती
- पोस्टमार्टम हाउस में कंप्यूटर, स्कैनर व प्रिंटर तक की नहीं है सुविधा
जागरण संवददाता, शिवपुर : आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस का नाम देकर इसकी शुरुआत वर्ष अक्टूबर 2021 में की गई थी। शव का पोस्टमार्टम कराने आने वाले लोगों के लिए न बैठने की व्यवस्था है न ही शुद्ध पेयजल की। कंप्यूटर आपरेटर की तैनाती नहीं होने से लोगों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट हाथ से लिखकर दिया जा रहा है, रिपोर्ट कंप्यूटर में फीड न होने से भविष्य में समस्या हो सकती है।
शिवपुर निवासी मोहन ने बताया कि आधुनिक चीरघर में मानक के अनुरूप संसाधन व बुनियादी सुविधाएं नदारद हैं। आठ कोल्ड चेंबर लगाया गया है लेकिन इनमें से पांच ही कूलिंग कर रहा है। पोस्टमार्टम हाउस में कंप्यूटर, स्कैनर व प्रिंटर की अभी तक व्यवस्था नहीं हो सकी है। फारेंसिक डाक्टर, कंप्यूटर आपरेटर व वार्ड ब्वाय की तैनाती अभी तक नहीं हो सकी है। चिलचिलाती धूप व बारिश के मौसम में खड़े होने को मजबूर हो जाते हैं स्वजन व पुलिसकर्मी। चिकित्सा अधीक्षक हरीश चंद्र मौर्य का कहना है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस बाबत जानकारी दी गई है। जल्द ही इन असुविधाओं को दूर कर दिया जाएगा।
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विलंब से होता पोस्टमार्टम
फारेंसिक डाक्टर न होने से आए दिन पोस्टमार्टम विलंब से किया जा रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि अपराध से जुड़े शव का पोस्टमार्टम बीएचयू के फारेंसिक चिकित्सकों द्वारा किया जाता है, उसी के चलते कभी-कभी पोस्टमार्टम विलंब से होता है। मौजूदा समय में यहां पर दो फारेंसिक फार्मासिस्ट व दो चिकित्सक और चार सफाई चौकीदार तैनात हैं।