स्वच्छता के साथ हरी-भरी काशी को प्राथमिकता, सवा तीन करोड़ रुपये से संवरेगा नदेसर तालाब
नगर निगम प्रशासन ने शहरी सीमा के तालाबों को नवजीवन देने की ठान ली है। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने पदभार ग्रहण करने के बाद से ही स्वच्छता के साथ हरी-भरी काशी को प्राथमिकता पर रखा है।
वाराणसी, जेएनएन। नगर निगम प्रशासन ने शहरी सीमा के तालाबों को नवजीवन देने की ठान ली है। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने पदभार ग्रहण करने के बाद से ही स्वच्छता के साथ हरी-भरी काशी को प्राथमिकता पर रखा है। इसी कड़ी में उन्होंने तालाबों के जीर्णोद्धार, सुंदरीकरण के साथ हरियाली के लिए किनारे पौधारोपण की योजना बनाई है। यह कवायद अब शुरू होने जा रही है। नगर के पांच तालाबों को स्मार्ट सिटी योजना के तहत नवजीवन देने की प्लानिंग हो चुकी है। निविदा आदि की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। इस माह के अंत तक कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा। इन पांच तालाबों में नदसेर तालाब, पांडेयपुर तालाब, चकरा व सोनभद्र तालाब, चितईपुर तालाब शामिल है।
नदेसर तालाब के लिए करीब सवा तीन करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है। कमल नारायण सिंह की संस्था को ठीका मिला है। अनुबंध की प्रक्रिया शेष रह गई है जिसे अविलंब पूरा कर लिया जाएगा। इस बजट से तालाब की सफाई के साथ ही घाट व घेरेबंदी की जाएगी। इसके अलावा तालाब के चारों ओर लाइटिंग कराई जाएगी। किनारे की जमीन पर पौधारोपण कर इलाके को हराभरा किया जाएगा। प्लान के तहत जब तालाब पर प्रस्तावित विकास कार्य पूर्ण होंगे तो शहर के मध्य का यह इलाका पिकनिक स्पॉट के रूप में उभरकर सामने आएगा। ऐसे ही पांडेयपुर तालाब का भी जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण होगा। इस तालाब के लिए करीब साढ़े आठ करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इसे बेहद सुंदर बनाने की योजना है। ऐसे ही चकरा व सोनभद्र तालाब के लिए चार करोड़ से अधिक का बजट निर्धारित किया गया है। वहीं चितईपुर तालाब के लिए करीब डेढ़ करोड़ रुपये निर्धारित किया गया। नगर के तालाबों के जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण के लिए प्रस्ताव बनाया गया है। करीब एक दर्जन तालाबों को चिह्नित किया गया है। इसमें पांच तालाबों के जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। चरणबद्ध तरीके से सभी तालाबों को सुंदर बना दिया जाएगा।