पिता की हत्या के बाद दोस्त को भगाया मलेशिया, खुद भाग रहा था सऊदी अरब
जौनपुर के बेलाव घाट सेतु के पास आठ अगस्त को 48 वर्षीय अधेड़ की हत्या में पुत्र ही कातिल निकला।
जौनपुर : जफराबाद थाना क्षेत्र के बेलाव घाट सेतु के पास आठ अगस्त को 48 वर्षीय अधेड़ की गला रेतकर फेंकी गई लाश मामले की सच्चाई सामने आ गई। मृत अधेड़ के शर्ट पर लगे स्टीकर को देख पुलिस सरपतहा थाना क्षेत्र के रुधौली बाजार पहुंची, जिसके आधार पर मृतक की पहचान लालचंद यादव निवासी बढ़ोना थाना सरपतहा के रुप में हुई। हत्या की इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी पुलिस ने बेटे को गिफ्तार किया तो चौंकाने वाली सच्चाई उजागर हुई। पुलिस के मुताबिक आरोपित बेटे ने ही प्रापर्टी के लिए अपने दोस्त के साथ मिलकर लालचंद्र की हत्या की थी, जिसकी साजिश मुबंई में रची गई थी। वारदात के बाद के उसका आरोपित दोस्त मलेशिया भाग गया, जबकि वह सउदी अरब भागने के लिए टिकट आदि ले लिया। भनक लगने पर पुलिस ने बेटे को उसके घर से ही गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार लालचंद का बड़ा बेटा प्रदीप कुमार 14 वषरें तक सऊदी अरब में रहकर नौकरी करता था। इन 14 वषरें में उसने अपने घर पर पिता के पास करीब डेढ़ करोड़ रुपये भेजे। पिता ने इससे अपने नाम जमीन, मकान सहति काफी प्रॉपर्टी तैयार कर लिया। वर्ष 2017 में प्रदीप सऊदी अरब से घर वापस आया तो उसके लालचंद्र ने उसकी शादी कर दी। शादी के बाद प्रदीप और उसकी पत्नी का किसी बात को लेकर परिवार से बिगाड़ होने लगा। ऐसे में प्रदीप ने अपनी कमाई से बनाई गई सभी प्रॉपर्टी की माग करने लगा। इस पर लालचंद ने अपने बड़े बेटे को ही प्रॉपर्टी से बेदखल कर देनी धमकी थी। साथ ही पूरी प्रॉपर्टी छोटे भाई सुनील कुमार के नाम करने की बात कही, जो प्रदीप को नागवार गुजरी। चार माह पहले प्रदीप अपने दोस्त व जलालपुर निवासी संदीप मौर्या से मिलने मुंबई गया। जहा उसने परिवार में चल रहे कलह की चर्चा की तो दोनों ने लालचंद्र को ही रास्ते से हटा देने की साजिश रच डाली। सात अगस्त को प्रदीप ने अपने पिता को सऊदी अरब जाने के लिए तैयार किया और टिकट बनवाने का बहाने उसे लेकर बाइक से जलालपुर संदीप मौर्या के यहा गया। इसी रात संदीप बाइक पर लालचंद और प्रदीप कुमार को लेकर बेलाव घाट के पास पहुंचा। साजिश के तहत घाट के पास प्रदीप ने लघुशका करने के बहाने बाइक को रोकवाया। इसके बाद अपने पास रखे चाकू से अपने पिता का गला रेत दिया। दोनों ने मिलकर लाश को सड़क किनारे झाड़ियों में फेंक दिया।
वारदात की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस सच्चाई सामने लाने के लिए सर्विलास आदि तकनीकी साधनों का प्रयोग किया। उधर दोनों आरोपितों ने विदेश भागने की योजना बनाई। इसमें आरोपित संदीप 29 अगस्त को मलेशिया भाग गया, जबकि प्रदीप कुमार भी इसी दौरान सऊदी अरब जाने के लिए पासपोर्ट तथा टिकट तैयार करा लिया, लेकिन पुलिस को इसकी भनक लगी तो सक्त्रियता दिखाते हुए 29 अगस्त को ही उसके गाव बढ़ौना से ही गिरफ्तार कर लिया। साथ ही प्रदीप की निशानदेही पर चाकू और बाइक को बरामद कर लिया।