नगर में पशुपालन : शहर भर में चल रहा है नगर निगम का डंडा, 30 मवेशी और पकड़े गए
नगर में पशुपालन को लेकर नगर निगम जिला व पुलिस प्रशासन के संयुक्त अभियान के दौरान शनिवार को भी कार्रवाई जारी रही दूसरे दिन 30 मवेशी पकड़े गए।
वाराणसी, जेएनएन। नगर में पशुपालन को लेकर नगर निगम, जिला व पुलिस प्रशासन के संयुक्त अभियान के दौरान शनिवार को भी कार्रवाई जारी रही। दूसरे दिन 30 मवेशी पकड़े गए। कार्रवाई से नदेसर व इंग्लिशिया लाइन क्षेत्र में हड़कंप मच गया। कुछ पशुपालकों ने विरोध करना चाहा लेकिन पुलिस बल के आगे उनकी एक न चली। अभियान सुबह 11 बजे से शुरू हुआ जो दोपहर ढाई बजे तक चला। इस दौरान महिला पुलिस कर्मी भी मौजूद थीं। नगर निगम पशु दस्ता के सदस्य खटालों तक पहुंचे और खूंटे में बंधे मवेशियों को पकड़कर गाड़ी में भर लिया। इसके बाद भेजूबीर, नक्खीघाट के काजी हाउस में बंद कर दिया।
पशुपालकों का आरोप है कि पकड़े गए मवेशियों में कुछ गर्भ से थीं तो कुछ बीमार, जिसके लिए रहम करने की मांग की गई लेकिन अफसरों ने अनसुनी कर दी। नगर आयुक्त आशुतोष कुमार द्विवेदी ने बताया कि पशुपालन को नगरीय सीमा से बाहर करना है। इसके लिए हाईकोर्ट ने आदेश दिया है जिसके सापेक्ष क्रियान्वयन किया जा रहा है। बताया कि पशुपालकों को विस्थापित करने से पहले पूरा इंतजाम किया गया है। चोलापुर व छित्तमपुर गांव में कैटल कालोनी बनाई गई है जहां पर सस्ते दर में जमीन उपलब्ध है। पशुपालन के लिए पूरी सुविधा भी दी गई है। इसके बाद भी पशुपालक वहां जाने से कतरा रहे हैं।
बताया कि पशुपालकों पर कार्रवाई करने से पूर्व नोटिस दी गई थी। करीब दो माह से उनके साथ कई बार वार्ता भी हुई। निर्देशित किया गया कि वे शहरी सीमा से बाहर चले जाएं। इसके लिए कैटल कालोनी में आवंटन करा लें या फिर खुद के प्रयास से कोई इंतजाम कर लें। नगर निगम के निर्देशों का अनुपालन 20 पशुपालकों ने किया लेकिन शेष अपनी मनमानी पर उतारु हैं जिसे देखते हुए सख्ती करनी पड़ रही है। कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। बता दें कि शुक्रवार को चौक क्षेत्र में अभियान चला था जिसमें 40 मवेशी पकड़े गए थे। इन पशुओं को छितौनी कोट, शहंशाहपुर व सेवापुरी के कान्हा उपवन में भेज दिया गया है।
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