संपत्ति के लालच में मां ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही कलेजे के टुकड़े का रेत डाला गला
भेलूपुर थाना क्षेत्र के जक्खा बजरडीहा इलाके में रहने वाली शांति देवी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर 10 वर्षीय बेटे गौरव बिंद की हत्या कर शव पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया।
वाराणसी, जेएनएन। भेलूपुर थाना क्षेत्र के जक्खा बजरडीहा इलाके में रहने वाली शांति देवी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर 10 वर्षीय बेटे गौरव बिंद की हत्या कर शव पानी भरे गड्ढे में फेंक दिया। शक से बचने के लिए दोनों ने भेलूपुर थाने में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इस घटना का पर्दाफाश शुक्रवार दोपहर में भेलूपुर थाने पर एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने करते हुए मीडिया कर्मियों के सामने मां और उसके प्रेमी को पेश किया।
एसपी सिटी ने बताया कि जक्खा के रहने वाले भरत बिंद की मौत कुछ साल पहले हो गई थी। भरत ने अपने बेटे गौरव के नाम जख्खा में मकान खरीद लिया था। पति की मौत के बाद शांति का खरौझा इलिया चन्दौली के रहने वाले विकास मोदनवाल से प्रेम हो गया। इस बीच प्रेम संबंध में बाधक और मकान अपने नाम कराने के लिए प्रेमी संग मिलकर शांति ने बेटे की हत्या करा दी। एसपी सिटी के अनुसार प्लानिंग के अनुसार शांति के कहने पर और विकास सायकिल से गौरव को लेकर अखरी घटना स्थल पर पहुंचा। शांति पीछे से पहुंची जहां चाकू से अपने हाथों गौरव की गला रेत हत्याकर दी। इसके बाद दोनों ने मिलकर ईट से गौरव का चेहरा कूंच दिया और शव को पानी भरे गढ्ढे में फेंक दिया।
शुक्रवार को मुखबिर के जरिए पुलिस को सूचना मिली कि मंडुवाडीह हनुमान मंदिर के पास एक आदमी और औरत गौरव हत्या कांड के बाबत बातचीत कर कहीं भागने की फिराक में हैं। सूचना पर पुलिस उप निरीक्षक अजय प्रताप यादव, वेद प्रकाश यादव, अजय मिश्रा, धनन्जय यादव ने सिपाहियों के साथ घेराबंदी कर दोनों को धर दबोचा। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू और खून से सनी ईंट आरोपियों की निशानदेही पर बरामद किया।
शांति को हो रहा पछतावा
पुलिस की गिरफ्तार में आने के बाद शांति को अपने किये हुए पर पछतावा हो रहा था। शांति को खुद विशवास नहीं हो रहा था कि वह अपने कलेजे के टुकड़े को ऐसे मौत की घाट उतार देगी। वहीं दूसरी तरफ गौरव की हत्या के आरोप में शांति पकड़े जाने के बाद पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई।