दालमंडी व अशोकपुरम में सबसे अधिक बिजली चोरी, ज्यादा लाइन लॉस वाले 37 फीडरों की सूची भेजी
बिजली की सर्वाधिक खपत के बाद भी राजस्व कम देने वाले इलाकों पर विभाग की खास नजर है। इसकी निगरानी लखनऊ से की जा रही है।
वाराणसी, जेएनएन। बिजली की सर्वाधिक खपत के बाद भी राजस्व कम देने वाले इलाकों पर विभाग की खास नजर है। इसकी निगरानी लखनऊ से की जा रही है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड ने शहर के ऐसे 37 फीडरों की सूची भेजी है जहां 30 प्रतिशत से अधिक लाइन लॉस यानी चोरी है। सबसे अधिक बिजली का अवैध उपभोग दालमंडी और अशोकपुरम कालोनी (डाफी) में बताया जा रहा है। इन क्षेत्रों में विभाग क्लीनअप अभियान शुरू करने जा रहा है। इसके लिए पुलिस फोर्स मांगी गई है।
आठ हजार से अधिक डिफाल्टर
शहर में 10 किलोवाट के बकायेदारों की भी संख्या अधिक हो गई है। विभाग ने ऐसे करीब आठ हजार डिफाल्टरों की भी सूची जारी कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
37 फीडरों पर 55 फीसद तक लाइन लॉस
शहर में 220 फीडर हैं। इसमें से 37 फीडरों पर एटी एंड सी लॉस औसतन 55 फीसद है। यानी इन क्षेत्रों या तो अधिक चोरी होती है या फिर सबसे अधिक बड़े बकायेदारों की संख्या है। विभाग ने शहर के करीब 2000 हजार मीटरों को बदलने का भी निर्देश दिया है, जो गड़बड़ हैं।
यहां चलेगा क्लीनअप अभियान
दालमंडी, हनुमान फाटक, आजाद पार्क, काशीपुरा, चांदमारी, मिंट हाउस, पार्वती मिल, कोईलहवां, अकथा, नरायनपुर, जीटी रोड, गोइठहां, आशापुर, अटलनगर, बेलवा बाबा, अलईपुर, बड़ीबाजार, दशाश्वमेध-3, भेलूपुर, बांसफाटक, भूलेटन, छित्तूपुर, बड़ी गैबी, पितरकुंडा, राजीव नगर, अशोकपुरम्, बैंक कालोनी, ब्रह्म्मानंद नगर, करौंदी, गंगा प्रदूषण, बसंत नगर, अयोध्या, शिवाजीनगर, लहरतारा, फुलवरिया व बीएचयू फीडर।
गुमनाम शिकायतें मारेंगी कर्मचारियों को करंट
बिजली विभाग एक तो चोरी रोक नहीं पाता और कोई इसकी सूचना देता है तो अधिकारी व कर्मचारी अपनी रुचि नहीं दिखाते। राजस्व का चूना लगने का यह भी एक कारण है। अक्सर जागरूक उपभोक्ता बिजली विभाग में गुमनाम शिकायत भेजते हैं, जो गुम हो जाती है। शहर से हर माह दर्जनभर ऐसी शिकायतें आती हैं। इस पर कार्रवाई न होने से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
ऐसी गुमनाम शिकायतें अक्सर अधीक्षण या अधिशासी अभियंता के पास आती हैं। जिन्हें यहां से संबंधित एसडीओ व जेई को पत्र के रूप में भेज कर निर्देश दिया जाता है कि कार्रवाई कर रिपोर्ट दें। इसके बाद भी कुछ अधिकारी पत्र पर ध्यान नहीं देते। जिससे अफसरों व कर्मियों की मिलीभगत से चोरी के आरोपों को बल मिलता है।
कई जगह चोरी की लिखित सूचना
उपभोक्ताओं ने कबीर नगर, गोलघर, मुकीमगंज, अशोक विहार कालोनी, नदेसर व सिद्धेश्वरी चौक क्षेत्र में पड़ोसियों द्वारा चोरी की लिखित सूचना दी। सूत्र बताते हैं कि अफसर सूचना देने वाले से सबूत मांगने लगते हैं। वैसे इसे लेकर पावर कारपोरेशन लिमिटेड गंभीर हुआ है। वह बिजली चोरी करने वालों व बकायेदारों पर कार्रवाई के लिए सूची भेज रहा है।
बुलानाला के पास खुलेआम धांधली
बुलानाला स्थित एक नर्सिंग होम के पास बिजली उपयोग में खुलेआम धांधली हो रही है। लोगों का कहना है कि मीटर नहीं लगा है और सप्लाई जारी है। नगरीय विद्युत वितरण मंडल द्वितीय के अधीक्षण अभियंता दीपक अग्रवाल ने बताया कि इस मामले की जांच कराएंगे। वहीं गुमनाम आ रही शिकायतों के बारे में कहा कि ऐसी सूचनाएं विजिलेंस को भेज दी जाती हैं।