वेबकास्टिंग से स्नातक परीक्षा की भी मानीटरिंग, कालेजों को डीवीआर के संग राउटर लगाने का निर्देश
यूपी बोर्ड के तर्ज पर अब विश्वविद्यालयों की स्नातक की परीक्षाओं में वेबकास्टिंग से मानीटरिंग की जाएगी।
वाराणसी, जेएनएन। यूपी बोर्ड के तर्ज पर अब विश्वविद्यालयों की स्नातक की परीक्षाओं में वेबकास्टिंग से मानीटरिंग की जाएगी। ऐसे में अब सभी परीक्षा केंद्रों को वायस रिकार्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर के साथ अनिवार्य रूप से राउटर भी लगना होगा। शासन के निर्देश पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है।
काशी विद्यापीठ की स्नातक की वार्षिक परीक्षा 25 फरवरी से प्रस्तावित है। वाराणसी, चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र में करीब दो लाख परीक्षार्थी स्नातक की परीक्षा में शामिल होंगे। इस क्रम में केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। पांचों जिलों में करीब 200 केंद्र बनाने का प्रस्ताव है। फिलहाल विवि का पूरा ध्यान शासन के मानक के अनुसार केंद्रों के निर्धारण पर है। इस क्रम में सभी महाविद्यालयों को परीक्षा केंद्र निर्धारण हेतु आवश्यक निर्देश भेजे जा रहे हैं। सभी महाविद्यालयों को एक कक्ष में न्यूनतम दो वायस रिकार्डरयुक्त सीसी टीवी कैमरा, डीवीआर के साथ राउटर डिवाइस लगावाने का निर्देश दिया जा रहा है। राजकीय व अनुदानित कालेजों को प्राथमिकता के आधार पर केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया है। उसी स्ववित्तपोषित कालेजों को केंद्र बनाया जाएगा जिन महाविद्यालयों में वायस रिकार्डरयुक्त सीसी टीवी कैमरा, राउटर लगे हुए हैं। सभी केंद्रों को सीसी कैमरे का फुटेज परीक्षा समाप्त होने के 60 दिनों तक सुरक्षित रखने का भी निर्देश दिया गया है। महाविद्यालयों को यथाशीघ्र डीवीआर के साथ राउटर डिवाइस लगवाने का निर्देश दिया गया है ताकि संबंधित कालेजों को केंद्र बनाया जा सके।
कंट्रोल रूम से निगरानी
परीक्षा की निगरानी के लिए जनपद में ऑनलाइन कंट्रोल रूम बनाने का भी प्रस्ताव है। फिलहाल शासन के निर्देश पर जनपदस्तरीय कंट्रोल रूम बनवाने की जिम्मेदारी क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को सौंपी गई है।