Mission Shakti Phase 3 : बेखौफ होकर निकल सकेंगी बच्चियां, महिलाओं को दिलाएंगे अधिकार, वाराणसी में चलाया जाएगा जागरुगता अभियान
वाराणसी के स्कूल-कालेज के आस-पास फटकने वाले मजनुओं की अब खैर नहीं। छात्राओं के मन से इनका डर भगाने के लिए कमिश्नरेट पुलिस इनके बीच जाएगी। जागरुकता अभियान के तहत न केवल हेल्पलाइन नंबर और कानूनों की जानकारी दी जाएगी।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। स्कूल-कालेज के आस-पास फटकने वाले मजनुओं की अब खैर नहीं। छात्राओं के मन से इनका डर भगाने के लिए कमिश्नरेट पुलिस इनके बीच जाएगी। जागरुकता अभियान के तहत न केवल हेल्पलाइन नंबर और कानूनों की जानकारी दी जाएगी, बल्कि उन्हें आत्मरक्षा का गुर भी सिखाया जाएगा। वहीं समाज के सभी वर्ग की महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए संबंधित विभागों से समन्वय बनाने की जिम्मेदारी थानों पर महिला बीट सिपाही को दिया जाएगा।
दरअसल, सरकार की मंशा हर वर्ग को योजनाओं से आच्छादित कर उन्हें मजबूत बनाना है। इसमें महिलाओं की भागीदारी उम्मीदों से कम रही। इसे ध्यान में रखते हुए महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए संबंधित विभागों से समन्वय बनाने की जिम्मेदारी महिला बीट सिपाही की होगी। इसमें संबंधित थानाध्यक्ष भी सहयोग करेंगे। एडिशनल पुलिस कमिश्नर सुभाष चंद्र दुबे फिलहाल विभागों से समन्वय बनाने का खाका खींच रहे हैं। उन्होंने बताया की चार चरणों में चलाया जाएगा। इससे क्राइम पर रोक लगाने में काफी हद तक लाभ मिलेगा।
पहला चरण : स्कूल-कालेजों में 1090, 112, 1076, 108, 1098 आदि हेल्पलाइन नंबरों का प्रचार कराया जाएगा। कालेज के गेट के साथ ही प्रार्थना स्थल, कैंटीन, लाइब्रेरी आदि में इन नंबरों को चस्पा कराया जाएगा, ताकि छात्राओं को यह नंबर अच्छी तरह याद रहे और जरूरत पड़ने पर वे इनका बखूबी इस्तेमाल करें।
दूसरा चरण : गर्ल्स कालेजों में छात्राओं को आत्मरक्षा का गुर सिखाने के लिए कैंप लगाए जाएंगे। इसके साथ ही उनमें आत्मविश्वास का संचार करते हुए अलग-अगल क्षेत्रोंं में उपलब्ध करिअर आप्शन की पूरी जानकारी दी जाएगी।
तीसरा चरण : महिला लाभार्थियों को न केवल सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, बल्कि संबंधित विभागों से समन्वय बनाकर उनका लाभ भी दिलाया जाएगा।
चौथा चरण : आमजन के बीच भी हेल्पलाइन नंबरों का प्रचार कराया जाएगा। महिलाओं से संबंधित समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाएगा।