अफसरों की 'माया', मंत्रीजी को घुमाया
वाराणसी : गजब हो गया। नगर निगम के अधिकारियों को काशीवासी यूं ही 'मायावी' नहीं कहते। उ
वाराणसी : गजब हो गया। नगर निगम के अधिकारियों को काशीवासी यूं ही 'मायावी' नहीं कहते। उनकी चालबाजी शनिवार को सुबह नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना के निरीक्षण के दौरान उजागर भी हो गई। मंत्री जब सर्किट हाउस से निकले थे तो तय हुआ था कि मंडुआडीह रोड स्थित कबीर पोखरे की सफाई व्यवस्था देखनी है। वहां पहुंचने से पहले नगर निगम के अफसरों ने उन्हें सफाई कार्य जारी रहने की जानकारी दी तब मंत्री ने निरीक्षण की दिशा बदल दी। वे मुख्य मार्ग से निरीक्षण करके ही लौट गए।
हुआ यूं कि सुबह करीब आठ बजे सर्किट हाउस में नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने तय किया कि वे शहर के किसी मोहल्ले में सफाई व्यवस्था का हाल देखेंगे। लोगों ने सुझाया कि कबीर पोखरे में गंदगी का आलम है, उसे देख लिया जाए। अफसरों व विधायकों के साथ मंत्री पोखरे की तरफ चल पड़े। लहरतारा पुल के नीचे चौराहे पर रेलवे कालोनी के पास निगम के अफसरों ने उन्हें बताया कि अभी पोखरे पर सफाई कार्य चल रहा है। इस पर मंत्री ने कहा कि जब वहां सफाई हो रही है तो फिर पोखरे का निरीक्षण बेमतलब है। उन्होंने निरीक्षण का प्लान बदल दिया, वहीं मुख्य मार्ग के किनारे रेलवे कालोनी का निरीक्षण करने गाड़ी से उतर गए। निगम के अफसर यहां कमियां छिपा न सके। नाली में कूड़े का ढेर देखा और नाली पूरी तरह से जाम नजर आई। इस पर वे नाराज हुए, उन्हें तुरंत नगर आयुक्त डा. नितिन बंसल से जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी का नाम मांगा और उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के आदेश दिए। निरीक्षण के बाद वे वापस सर्किट हाउस आ गए।
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इस रोड से अगर प्रधानमंत्री गुजरते तो..
लहरतारा के पास गंदगी का आलम देख नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने नगर आयुक्त से चुटकी भरे अंदाज में कहा कि ऐसी बदतर स्थिति के बीच यदि प्रधानमंत्री इस रोड से गुजरते तो आपका क्या होता मुझे नहीं मालूम .. लेकिन उन पर बड़ी कार्रवाई निश्चित रूप से हो जाती।