Varanasi में मुंबई से लौटे प्रवासियों ने बढ़ाया संक्रमण का खतरा, 23 निकले कोरोना पॉजिटिव
वाराणसी में कोरोना संक्रमण की बड़ी चेन तब्लीगी जमात की थी जिसे मुंबई से घर लौटे प्रवासियों ने तोड़ दिया है। संक्रमण का खतरा बढ़ने से जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं।
वाराणसी, [विकास बागी]। काशी में अभी तक कोरोना संक्रमण की सबसे बड़ी चेन तब्लीगी जमात की थी जिसे लॉकडाउन के चलते मुंबई से घर लौटे प्रवासियों ने तोड़ दिया है। कोरोना वायरस से संक्रमित तब्लीगी जमात से जुड़े अब तक 22 केस सामने आ चुके हैं जबकि बुधवार को मुंबई से लौटे पांच और कोरोना संक्रमितों को जोड़ दिया जाए तो मुंबई से कोरोना लेकर आने वालों की संख्या 23 पहुंच गई है। मुंबई के साथ ही महाराष्ट्र के पुणे को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 24 पहुंच जाएगी।
मुंबई मारेगी सेंचुरी
प्रवासियों के आगमन के साथ ही बीते एक सप्ताह में जिस तरह से मुंबई से आए लोग कोरोना संक्रमित निकल रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। दो दिन में ही मुंबई से लौटे 12 लोगों की कोरोना से संबंधित रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ऐसे में आशंका जताई जा रही कि मुंबई से लौटे प्रवासियों में एक सौ से अधिक के संक्रमित हो सकते हैं।
चौबेपुर थाना क्षेत्र में सर्वाधिक मुंबई से आए कोरोना संक्रमित
मुंबई से लौटे प्रवासियों के चलते ग्रामीण इलाके सर्वाधिक प्रभावित है। चौबेपुर थाना क्षेत्र में सर्वाधिक 12 कोरोना संक्रमित मिले हैं। ये सभी मुंबई से लौटे थे। मुंबई से लौटे प्रवासियों के चलते लोहता, फूलपुर, बड़ागांव, मिर्जामुराद, जंसा के और शहर के एक इलाके दुल्ली गड़ही को मिलाकर अब तक 17 हॉटस्पाट बन चुके हैं।
अब तक 28 प्रवासियों की रिपोर्ट आ चुकी है पॉजिटिव
मुंबई वालों के साथ-साथ अन्य स्थानों से भी लौटे लोग अपने साथ कोरोना वायरस साथ लेकर आए। अभी तक वाराणसी में 28 प्रवासी लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि प्रवासी श्रेणी में दो विमान से शारजाह से आए थे। दो कोलकाता, 24 महाराष्ट्र से आए अब तक कोरोना संक्रमित मिले। शारजाह के दो और कोलकाता के दो लोग ठीक हो कर डिस्चार्ज हो चुके हैं जबकि 24 भर्ती हैं।
बनारस में कोरोना की चार लहर अब तक आई, पांचवीं का इंतजार
वाराणसी में अभी तक प्रवासी लोगों की चार लहर आ चुकी। सबसे पहले मिडिल ईस्ट देशों से फ्लाइट जो लगभग मार्च अंत के सप्ताह तक चली। बनारस में यहीं से कोरोना पॉजिटिव मिलने की शुरूआत हुई। मिडिल ईस्ट से लौटे दो लोग कोरोना संक्रमित सबसे पहले निकले। उसके बाद लॉकडाउन-1 में मुंबई से आने वाली विशेष ट्रेनें जो चार दिनों तक आई। कोरोना की तीसरी लहर दिल्ली से शुरू हुई। बॉर्डर के श्रमिक जो बस से 4-5 दिन तक 24-29 मार्च के बीच वाराणसी आए। चौथे लहर अभी चल रही है। पिछले लगभग 20 दिनों से ट्रेन, ट्रक व अन्य निजी साधनों से जो लोग आ रहे हैं। इस समय चल रही कोरोना की लहर सर्वाधिक मुंबई से आ रही है।