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महबूबा मुफ्ती को पाकिस्तान से प्रेम हैं तो वहीं चली जाएं, भाड़ा वाराणसी के मुसलमान देंगे

वाराणसी में मुस्लिम महिला फाउंडेशन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच एवं विशाल भारत संस्थान ने संयुक्त रूप से लमही के इन्द्रेश नगर में सुभाष भवन के सामने प्रदर्शन किया। नेता नाजनीन अंसारी ने अपने हाथों से पाकिस्तान के पुतले में आग लगाई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 06:39 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 06:39 PM (IST)
महबूबा मुफ्ती को पाकिस्तान से प्रेम हैं तो वहीं चली जाएं, भाड़ा वाराणसी के मुसलमान देंगे
वाराणसी में मुस्लिम महिला फाउंडेशन और अन्‍य संगठनोें ने प्रदर्शन किया।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। कश्मीर की नेता महबूबा मुफ्ती द्वारा पाकिस्तान की वकलात करने के खिलाफ काशी के मुसलमानों में काफी गुस्सा है। उनका कहना है कि जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया, वैसे ही महबूबा ने पाकिस्तान की वकालत करते हुए भारत को पाकिस्तान के साथ बातचीत करने की सलाह दी। महबूबा की इस करतूत से नाराज सामाजिक संगठनों ने गुरुवार की शाम को गहरी नाराजगी जताई और काशी में पाकिस्तान का प्रतिकात्मक तुतला दहन किया। मुस्लिम महिला फाउंडेशन, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच एवं विशाल भारत संस्थान ने संयुक्त रूप से लमही के इन्द्रेश नगर में सुभाष भवन के सामने प्रदर्शन किया। नेता नाजनीन अंसारी ने अपने हाथों से पाकिस्तान के पुतले में आग लगाई। ड्रम, ताशा और बिगुल बजाकर पाकिस्तान को चेतावनी दी शीघ्र ही भारत की कब्जाई जमीन खाली करो। गिलकिट, बाल्टिस्तान और पाकिस्तान अनाधिकृत कश्मीर को विश्व समुदाय मुक्त कराने में भारत की मदद करे।

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मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पूर्वांचल प्रभारी मो. अजहरूद्दीन ने विश्व समुदाय के नेताओं से अपील की कि पाकिस्तान पर दबाव बनाये ताकि पाकिस्तान भारत की कब्जाई भूमि को मुक्त कर दे। इस अवसर पर जुटे मुसलमानों की एक राय थी कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान के साथ कोई बातचीत नहीं होगी। अगर विश्व समुदाय को बातचीन करनी है तो गिलकिट, बाल्टिस्तान, पाकिस्तान अनधिकृत कश्मीर, सिंध और बलूचिस्तान पर करें, जो भारत का हिस्सा है उसे भारत को वापस करें।

मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना मुफ्ती शफीक अहमद मुजद्दीदी ने पाकिस्तान को लेकर सवाल उठाया कि वहां क्यों अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार हो रहा है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार से पूरी दुनियां के अल्पसंख्यक असुरक्षित हो गए हैं और इस्लाम बदनाम हो रहा है।

पुतला फूंकने के बाद सुभाष भवन में बैठक हुई, जिसमें नाजनीन अंसारी ने प्रस्ताव रखा कि बनारस मंडल के पांच हजार मुसलमान संयुक्त राष्ट्र संघ को चिट्ठी लिखकर पाकिस्तान से भारत भूमि को खाली कराये जाने की मांग करेंगे।

महबूबा के बयान की कड़ी निन्दा करते हुए नाजनीन अंसारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कश्मीर मसले पर पाकिस्तान के साथ किसी तरह की बातचीत न करें। महबूबा को अगर पाकिस्तान से इतना प्रेम है तो तुरंत पाकिस्तान निकल लें। पाकिस्तान जाने का खर्च मुस्लिम महिला फाउंडेशन देगी। जो देश के साथ गद्दारी करेगा उसे भारतीय मुसलमान कभी माफ नहीं करेंगे। अपने वतन की हिफाजत के लिये मुस्लिम महिलायें भी पीछे नहीं रहेंगी। पाकिस्तान से बात नहीं अब सीधे कार्यवायी की जरूरत है। हर कीमत पर गिलकिट, पीओके, बाल्टिस्तान को भारत में शामिल कर वहां चुनाव कराये जाने चाहिए।

विशाल भारत संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डा. राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तान से पूरी दुनियां परेशान है। पाकिस्तान का मकसद दुनियां में आतंक फैलाना है। गिलकिट, बाल्टिस्तान, पीओके के लोग दुनियां के पीड़ित लोगों में से एक हैं। अब मानवाधिकार की रक्षा करते हुये दुनियां के देशों को मिलकर पाकिस्तान से आजादी दिलाने की जरूरत है, ताकि मानवता आजाद हो सके।

ऑनलाईन नई दिल्ली से बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रसिद्ध राष्ट्रवादी विचारक इन्द्रेश कुमार ने कहा कि पाकिस्तानी जुल्म से मानवता पीड़ित है। अल्पसंख्यकों पर जुल्म, इस्लाम के सच्चे अनुयायियों पर जुल्म और बलूचिस्तान में बच्चों पर जुल्म पाकिस्तान का शगल है। अब पाकिस्तान का अत्याचार और दखल बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। पाकिस्तान शीघ्र ही बाल्टिस्तान, गिलकिट और पीओके खाली करे, ताकि वहां पर भारतीय चुनाव आयोग अपना चुनाव करा सके क्योंकि जम्मू कश्मीर के विधान सभा में उन क्षेत्रों के लिये सीट खाली रखी गयी है। इस कार्यक्रम में अब्दुल सलाम, अब्दुल हकीम, मुश्ताक अहमद, अनीस अहमद, नगीना बेगम, नाजमा, नजमा परवीन, राशिद भारतवंशी, तबरेज भारतवंशी, ताजीम भारतवंशी, रोजा भारतवंशी, शाहिद, अफसर बाबा आदि लोगों ने भाग लिया।


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