बनारस की स्मार्टनेस बढ़ाएंगी पीएम की सौगातें, लोकार्पण के लिए बड़े प्रोजेक्ट हुए तैयार
लोकसभा चुनाव से पूर्व वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार भी कई सौगातें देंगे, इसकी बदौलत विकास की बयार बहेगी और शहर की सूरत में काफी बदलाव दिखेगा।
वाराणसी [समीर तिवारी]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस को इस बार भी कई सौगातें देंगे। इसकी बदौलत विकास की बयार बहेगी और शहर की सूरत में काफी बदलाव दिखेगा। यूं कहें कि स्मार्टनेस के मामले में शहर महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाएगा। स्वच्छता मिशन को रफ्तार भी मिलेगी। इस कड़ी में पीएम के हाथों मंगलवार को लोकार्पण के लिए कई अहम प्रोजेक्ट तैयार हैं। इसमें सिटी कंट्रोल कमांड सेंटर, गोइठहां सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, सारनाथ वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, लाइट एंड साउंड शो, स्मार्ट पार्क, नवीन दुग्ध डेयरी आदि शामिल हैं। इन प्रोजेक्ट स्थलोंं पर साज-सज्जा का काम तेजी से किया जा रहा है।
जान बनेगा कंट्रोल कमांड सेंटर : स्मार्ट शहर की श्रेणी में शामिल होने के लिए सिटी कंट्रोल कमांड सेंटर महत्वपूर्ण है। सिगरा स्थित नगर निगम मुख्यालय के सामने शहीद उद्यान में 172 करोड़ की लागत से इस सेंटर का निर्माण किया गया है। यहां से शहर के ट्रैफिक पर 4500 सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। इससे क्राइम कंट्रोल में भी मदद मिलेगी। पब्लिक एड्रेस सिस्टम युक्त इस सिटी कंट्रोल कमांड सेंटर से मौसम की जानकारी भी मिल सकेगी। डस्टबिन में सेंसर लगाकर उनके खाली-भरे होने के बारे में पता चल जाएगा।
बोले अधिकारी : सिटी कंट्रोल कमांड सेंटर का काम पूरा हो चुका है। प्रमुख चौराहों पर स्मार्ट सिस्टम लगा दिए गए हैं। जल्द ही बचे हुए स्थानों पर काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके जरिए शहर की निगहबानी आसान हो जाएगी। -गौरव सोंगरवाल, संयुक्त नगर आयुक्त।
सरपट चलेगा गोइठहां एसटीपी : 217 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के तहत गोइठहां में 120 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तैयार है। अभी 30 एमएलएडी तक सीवेज मिल रहा है। कुल 150 किलोमीटर सीवर की मेन लाइन बिछाई गई है। वरुणापार क्षेत्र के 50 हजार घरों में सीवर कनेक्शन होने के बाद यह प्लांट बखूबी काम करने लगेगा। हालांकि अभी 25 हजार घरों में कनेक्शन किया जाना है। इस बीच सीसीटीवी सिस्टम के जरिये सीवर लाइन में प्रेशर चेक और लैंड स्केपिंग अंतिम चरण में है। यहां से सीवेज ट्रीट होने के बाद पानी वरुणा नदी में जाएगा। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत अक्टूबर 2015 में हुई थी। जमीन मिलने में देरी के कारण जनवरी 2016 में सही तरीके से इसका काम शुरू हुआ। अप्रैल 2017 तक इसका अधिकांश काम पूरा हो गया था।
बोले अधिकारी : गोइठहां एसटीपी पूरी तरह तैयार है। सीवेज धीरे-धीरे पर्याप्त मात्रा में पहुंचने लगेगा। नरोखर स्थित इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन शुरू हो गया है। यहां से काफी मात्रा में सीवेज प्लांट तक पहुंचने लगेगा।
-हेमंत सिंह, सहायक अभियंता, जल निगम।
गूंजेगा 'बुद्धम शरणंम गच्छामि' : सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर में स्थापित लाइट एंड साउंड शो पर्यटकों को अलग अहसास कराएगा। साढ़े सात करोड़ के इस प्रोजेक्ट में दस पोल लगाए गए हैं। इसमें कुल 28 साउंड व 36 लाइटें लगी हैं। प्रतिदिन शाम 45-45 मिनट के दो शो चलेंगे। एक ङ्क्षहदी व दूसरा अंग्रेजी में। इसमें भगवान गौतम बुद्ध के जीवन व सारनाथ के महत्व के बारे में बताया जाएगा। सबसे पहले हल्की आवाज में 'बुद्धम शरणंम गच्छामि' की धुन सुनाई देगी। इसके बाद बड़ी स्क्रीन पर बारी- बारी से चीजों को दिखाया जाएगा। इस दौरान पुरातात्विक खंडहर में उसी स्थान पर लाइट जलेगी जहां का जिक्र होगा। यहां पर्यटकों को बैठने के लिए 100 कुर्सियों की व्यवस्था की गई है। भविष्य में इसके नियमित संचालन से पहले राष्ट्रगान का भी प्रावधान होगा।
बोले अधिकारी : लाइट एंड साउंड शो का काम पूरा हो गया है। इसकी टेस्टिंग की जा चुकी है। पर्यटकों को यह रोमांच का अनुभव कराएगा।--अविनाशचंद्र मिश्र, संयुक्त निदेशक, पर्यटन।
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट : सारनाथ में 100 एमएलडी के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। इसका काम लगभग पूरा हो गया है। इसके चालू होने से वरुणापार क्षेत्र में पेयजल की समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी। 268 करोड़ की इस परियोजना में चौबेपुर में गंगा में 200 एमएलडी क्षमता का इंटेक वेल बनाया गया है। यहां से 15 किलोमीटर की पाइपलाइन से पानी प्लांट तक पहुंचेगा। यहां विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद पानी को ओवरहेड वाटर टैंक में भेजा जाएगा। शहर में 26 नए टैंक, 30 पंप हाउस व 30 रिजर्व वाटर वायर भी बनाए गए हैं।
बोले अधिकारी : वरुणापार इलाके में 400 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइन बिछाने के लिए 133 करोड़ का प्रस्ताव है। अभी 228 किमी पाइपलाइन है। इसके अलावा शहर में 465 किमी लाइन है। साथ ही 312 किमी के लिए 151 करोड़ का नया प्रस्ताव भेजा गया है। भेलूपुर डब्ल्यूटीपी के लिए 169 करोड़ का प्रस्ताव पहले ही शासन में विचाराधीन है। ये सब काम होने के बाद पेयजल की किल्लत समाप्त हो जाएगी। -आरपी पांडेय, अधीक्षण अभियंता, जल निगम।
पार्क हुए स्मार्ट, आधुनिक सुविधाओं के इंतजाम : स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के पार्कों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। अभी पांच करोड़ रुपये की लागत से सिगरा थाना के सामने गुलाबबाग व शास्त्री उद्यान के अलावा रवींद्रपुरी व मछोदरी पार्क में काम कराए गए हैं। इन पार्कों को अलग-अलग थीम दी गई है। इनमें ओपेन एयर जिम, अत्याधुनिक खेलने के झूले, सेल्फी प्वाइंट, शुद्ध पेयजल आदि इंतजाम किए गए हैं। भविष्य में और पार्क स्मार्ट बनाए जाएंगे।
नवीन दुग्ध प्लांट से बहेगी दूध की गंगा : रामनगर औद्योगिक क्षेत्र में चार लाख लीटर क्षमता के नवीन दुग्ध निर्माण प्लांट का निर्माण पूरा कर लिया है। टेस्टिंग की जा रही है। कार्यदायी संस्था को 30 सितंबर 2017 तक इसे पराग को हस्तांतरित करना था, लेकिन धीमी गति से काम होने के कारण नवंबर 2018 तक के लिए समय बढ़ाया गया। फिर 31 दिसंबर की डेटलाइन तय की गई थी। कार्यदायी संस्था आइडीएमसी लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर आरके श्रीवास्तव ने कहा कि पानी डाल कर मशीन का ट्रायल हो रहा है। इसके बाद दूध का परीक्षण होगा। सब ठीक होने पर यह प्लांट पराग को हस्तांतरित कर दिया जाएगा। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016 में रामनगर स्थित पराग डेयरी की क्षमता 50 हजार लीटर दूध उत्पादन से बढ़ाकर चार लाख लीटर करने के लिए नवीन दुग्ध प्लांट निर्माण का फैसला लिया था। इसके लिए 149.85 करोड़ की मंजूरी दी गई थी।