मेधा का स्मार्टफोन करेगा आनलाइन क्लास में बना सेतु, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की चार छात्राओं को स्मार्ट फोन वितरित
लखनऊ की सामाजिक संस्था मेधा जरूरतमंद युवाओं को स्मार्टफोन उपलब्ध कराने में जुटी हुई है। ताकि स्मार्ट फोन के अभाव में विद्यार्थियों की आनलाइन पढ़ाई बाधित न हो। संस्था अब तक उत्तर प्रदेश बिहार और हरियाणा के 46 युवाओं को मुफ्त स्मार्ट फोन उपलब्ध करा चुकी है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। कोरोना महामारी में पठन-पाठन काफी प्रभावित हुआ है। शैक्षणिक संस्थाओं को परीक्षाएं तक स्थगित करनी पड़ी। दूसरी ओर शैक्षिक संस्थाओं को आनलाइन का मार्ग अपनाना पड़ा। वहीं संसाधन के अभाव में तमाम विद्यार्थी आनलाइन क्लास से वंचित हो गए। इसे देखते हुए लखनऊ की सामाजिक संस्था मेधा जरूरतमंद युवाओं को स्मार्टफोन उपलब्ध कराने में जुटी हुई है। ताकि स्मार्ट फोन के अभाव में विद्यार्थियों की आनलाइन पढ़ाई बाधित न हो। संस्था अब तक उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा के 46 युवाओं को मुफ्त स्मार्ट फोन उपलब्ध करा चुकी है। इस क्रम में मेधा ने शुक्रवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के बीए अंतिम खंड की चार छात्राओं को स्मार्ट फोन वितरित की ।
समाजकार्य संकाय में आयोजित समारोह में छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डा. वंशीधर पांडेय ने अंशु कुमारी, पूनम बिंद, सुमन कुमारी तथा स्वीटी विश्वकर्मा को स्मार्टफोन दिया गया। स्मार्टफोन प्राप्त होने पर सभी छात्राओं ने खुशी जाहिर करते हुए इसका सदुपयोग करने की बात कही। वहीं इस मौके पर डा. बंशीधर पाण्डेय ने कहा कि वर्तमान दौर में जब हम डिजिटल वल्र्ड में जा रहे हैं ,मोबाइल फोन जैसे उपकरण हमारे लिए सेतु का काम करते हैं।
इस दौरान मेधा के प्रतिनिधियों ने बताया कि संस्था गत एक माह हरियाणा, बिहार तथा उत्तर प्रदेश के सात हजार से ज्यादा छात्रों का सर्वेक्षण किया गया। सर्वे में पांच फीसद युवाओं ने बताया कि उनके पास स्मार्टफोन नहीं है। इसमें से 80 फीसद लड़कियां शामिल हैं। जबकि नौ युवाओं ने परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा साझा किए जाने के कारण, स्मार्टफोन का नियमित प्रयोग नहीं कर पाते हैं। सर्वे के दौरान विद्यार्थियों ने बताया की स्मार्टफोन की कमी उनकी शिक्षा और रोजगार को प्रभावित करती है।
स्मार्टफोन के अभाव में तमाम विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए संस्था ने जरूरतमंद युवाओं को स्मार्टफोन देने की पहल शुरू की ।
बातचीत
स्मार्टफोन ना होने के कारण बहुत समस्या हो रही थी। कोरोना काल में ऑनलाइन क्लास शुरू होने से मैं क्लास नही ले पा रही थी। फोन मिलने के बाद मैं अपनी पढ़ाई और अच्छे से कर सकूंगी। मैं इससे ऑनलाइन जॉब करना चाहूंगी। यदि फोन का सदुपयोग किया जाए तो यह बहुत लाभप्रद है।
- पूनम बिंद,
कोरोना काल में जबसे ऑनलाइन क्लास चलने लगी, मेरे पास फोन ना होने के कारण मुझे काफी समस्या होती है। मैं अपने पड़ोसी के यहां जाकर क्लास करती थी। कई बार मुझे समय से सूचना नही मिल पाती थी जिससे मेरा क्लास छूट जाता था। मैं इस फोन की मदद से अब ऑनलाइन क्लास कर पाऊंगी। मुझे फैशन डिजाइन से संबंधित कोर्स करना है, मैं वह भी अब ऑनलाइन कर पाऊंगी।च
- सुमन कुमारी,
क्या है मेधा
मेधा युवाओं को स्कूल के बाद के जीवन के लिए बेहतर तरीके से तैयार करती है। 21वीं सदी के कौशल प्रशिक्षण, करियर परामर्श और पुर्व छात्रों के समर्थन के संयोजन का उपयोग करते हुए, संगठन युवाओं को उनकी पसंद के करियर पथ पर ले जाता है।