चंदौली व वाराणसी पहुंचा शहीदों का पार्थिव शरीर, प्रियंका गांधी ने की परिजनों से बात
बनारस के शहीद रमेश यादव और चंदौली के सपूत अवधेश कुमार यादव का पार्थिव शरीर सुबह उनके घरों को सेना और प्रशासिनक अधिकारियों की देखरेख में पहुंचा।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस के शहीद रमेश यादव और चंदौली के सपूत अवधेश कुमार यादव का पार्थिव शरीर सुबह उनके घरों को सेना और प्रशासिनक अधिकारियों की देखरेख में पहुंचा। इस मौके पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी रही। रमेश के परिजनों ने नौकरी की मांग को लेकर अफसरों से लिखित आश्वासन लिया तब पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए लेकर निकले।
उधर, चंदौली में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व स्थानीय सांसद डा. महेंद्र नाथ पांडेय ने शहीद के घर पहुंचकर नमन किया। दोनों शहीदों के अंतिम सफर में हजारों की भीड़ शामिल रही जो भारत माता की जय, अमर रहें-अमर रहें और पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा लगा रही थी। पुलवामा में हुए आतंकि हमले में शहीद हुए अवधेश का पार्थिव शरीर शनिवार की सुबह के पैतृक गांव बहादुरपुर पहुंचा। शहीद का शव देखते ही मौके पर चीख पुकार मच गई। मां, पिता, पत्नी, भाई की हालात देख जनता, जनप्रतिनिधि, रिश्तेदार जार-जार रोये। क्रोध से भरी भीड़ आंखों के आंसू पोंछते अवधेश अमर रहें, अमर रहें के नारे लगाती रही, जिसकी आसमानी गूंज पास-पड़ोस के कई गांवों में सुनाई पड़ी। गांव में ही घाट पर पिता हरिकेश ने मुखाग्नि दे उनका अंतिम संस्कार किया। श्रद्धांजलि देने पहुंचर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, जिले के प्रभारी मंत्री, सीआरपीएफ के डीआईजी ने वीर सपूत को अश्रुपूरित विदाई दी।
शहीद का शव सुबह में करीब आठ बजे देल्ही से चलकर चंदौली के बहादुर पुर पहुंचा। यहां पहले से हजारों की भीड़ वीर सपूत के इन्तजार में खड़े रहे। श्रद्धांजलि का सबका अपना अपना तरीका रहा, जिसमे कोई उनका फोटो लिये तो कोई तिरंगा लिए राह देख रहा था। जिले में दाखिल होते ही पार्थिव शरीर के दर्शन को जगह लोगों की भीड़ उमड़ी रही, जिससे मंजिल तक पहुंचने में विलम्ब हुआ। पड़ाव चौराहे पर पार्थिव शरीर पहुंचा तो पीछे हजारों की भीड़ साथ हो ली। भीड़ में भी गंगा जमुनी तहजीब नजर आ रही थी। मसलन हिन्दू, मुस्लिम, सिख समेत सभी धर्म-जाति के लोग पहुंचे थे। हर किसी के दिलों में क्रोध की ज्वाला दहकती नजर आ रही थी। पिता हरिकेश यादव ने कहा की फ़ौजी कंधों पर गृहस्थी की जिम्मेदारी मांगते हुए हमे क्यों एहसास कराया कि बेटा जवां हो गया, अब बूढ़े कंधे कैसे उठा पाएंगे जिम्मेदारियां।
हालांकि, परिवार के सामने खुद को जरूर सम्भालने की कोशिश कर रहे थे, जो दुःख की इस घड़ी में उनके लिये संभव नहीं हो पा रहा था। चंदौली के सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. महेंद्र नाथ पांडेय, मंत्री जयप्रकाश निषाद, पूर्व संसद रामकिशुन यादव ने कहा कि दुख की इस घड़ी में हम सब शहीद परिवार के साथ हैं। शव लेकर सीआरपीएफ से जवानों की पूरी टोली आई थी। शव को शहीद सम्मान मुताबिक़ गार्ड आफ आनर दिया गया। मौके पर एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, विधायक सुशील सिंह, साधना सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष सर्वेश कुशवाहा, जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल, सीआरपीएफ के डीआईजी, एसपी संतोष कुमार सिंह, एसडीएम आशीष कुमार, सीओ प्रदीप सिंह चंदेल समय बड़ी संख्या में सभ्रांत लोग मौजूद रहे।
हैलो, प्रियंका बोल रहीं हूं, हम आपके साथ : कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका बाड्रा गांधी ने शहीद अवधेश के पिता से फाेन पर बात कर ढांढ़स बंधाया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी मैं और कांग्रेस आपके साथ है। आपको मेरी किसी तरह की जरूरत पड़े तो सीधा संपर्क करिए। उनके बाद प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने भी बात की, ढांढ़स दिए। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह मुन्ना शहीद के घर दोपहर बाद पहुंचे थे। उन्होंने परिवार से मुलाकात कर दुख जताया। उन्हें बताया कि प्रियंका वाड्रा गांधी उनसे बात करना चाहती हैं। शहीद के पिता हरिकेश रजामंद हुए तो मोबाइल पर बातचीत हो सकी। बकौल हरिकेश तीन मिनट प्रियंका बाड्रा तो राजबब्बर से पांच मिनट तक बात हुई। दोनों ही लोगों ने भरोसा दिया कि आज नहीं भविष्य में भी जब किसी तरह की जरूरत हो हम आपके साथ हैं।