बलिया में सरयू व गंगा की चपेट में आए कई गांव, नदियों के जलस्तर में फिर बढ़ाव शुरू
बलिया में सरयू नदी में बढ़ाव का क्रम गुरुवार को भी जारी रहा। 24 घंटे में नदी के जलस्तर में फिर से 18 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
बलिया, जेएनएन। सरयू नदी में बढ़ाव का क्रम गुरुवार को भी जारी रहा। 24 घंटे में नदी के जलस्तर में फिर से 18 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इधर सरयू संग गंगा की लहरों की चपेट में कई गांव आ गए हैं। बिल्थरारोड तुर्तीपार हेड पर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 51 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों ने तुर्तीपार डीएसपी हेड पर नदी का जलस्तर 64.520मी. दर्ज किया। सरयू में बढ़ाव से तटवर्ती इलाकों में एक बार खतरा बढ़ गया है।
गंगा के जल स्तर में गुरुवार के दिन भी बढ़ोत्तरी जारी रहा। गंगा प्रति घंटा एक सेमी के बढ़ाव पर रही। केंद्रीय जल आयोग गायघाट के अनुसार प्रात: 8 बजे 54.72 मीटर जल स्तर दर्ज किया गया। यहां खतरा ङ्क्षबदु 57.615 मीटर है। दोनों नदियों के बढ़ाव से अब बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों के लोग पूरी तरह सक्रिय हो चले हैं।
बाढ़ के डेंजर जोन में सक्रिय है विभाग : एसई
बाढ़ की तैयारियों के संबंध में अधीक्षण अभियंता भानू प्रताप ङ्क्षसह ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर 24 घंटे हमारी नजर है। हर डेंजर जोन में विभाग के अभियंता सक्रिय हैं। बैरिया विधान सभा में बीएसटी बांध के पास के बने टी आकार के स्पर की मरम्मत का कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। विभाग और स्थानीय लोगों के सहयोग से अब स्थिति नियंत्रण में आ चुकी है। वहां सरयू नदी ने अचानक कोण का आकार ले लिया, जिसके चलते स्पर को नुकसान पहुंचा है, लेकिन किसी भी हाल में बीएसटी बांध को कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। इसके अलावा जहां से भी सूचनाएं मिल रही है, वहां तत्काल विभाग के लोग पहुंच रहे हैं। जरूरी उपाय भी किए जा रहे हैं। बाढ़ एक भी एक दैवीय आपदा है, ऐसे समय में हर किसी को सहोगात्मक रवैया अपनाना चाहिए। ऐसा कर हम किसी भी स्थिति से निपट सकते हैं।
सरयू नदी के तट पर दिखा मगरमच्छ, ग्रामीणों में दहशत
विकास खंड बैरिया के ग्राम पंचायत दुर्जनपुर के हनुमानगंज गांव के सामने सरयू नदी के तट पर मगरमच्छ देख ग्रामीण भयभीत हो गए। यह मगरमच्छ बुधवार की शाम को दिखा, उस समय बन रक्षक पवन तिवारी मौके पर पहुंचकर मगरमच्छ को बाढ़ के पानी के सहारे भगाने के प्रयास किए, लेकिन प्रयास विफल रहा। गुरूवार को भी रेंजर केके तिवारी की अगुवाई में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मगरमच्छ को पकडऩे की हर कोशिश की जा रही है, लेकिन वह पकड़ से अभी तक बाहर है। उधर इस बात की सूचना से बस्ती के इर्द-गिर्द कई गांव के लोग भयभीत हैं।
कटान को लेकर सौंपा ज्ञापन
टोंस नदी से हो रहे कटान की समस्या को लेकर विकासखंड हनुमानगंज के गंगहरा गांव के ग्रामीणों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि टोंस नदी के कटान के कारण सैकड़ों एकड़ उपजाऊ जमीन नदी में समाहित हो चुकी है। जिस कारण किसानों को बहुत क्षति हो रही है।