बीएचयू में ऑनलाइन क्लास के लिए कई शिक्षकों को नहीं मिला वेबेक्स का लाइसेंस, कोर्स जल्दी खत्म करने का दबाव
वाराणसी के बीएचयू में ऑनलाइन कक्षाएं शुक्रवार से तो शुरू हो गईं मगर इसके लिए बनाई गई ऑनलाइन प्रणाली वेबेक्स का लाइसेंस ही सभी अध्यापकों को नहीं मिला है। जिससे अभी मजबूरन गूगल मीट से कक्षाएं लेनी पड़ रहीं हैं।
वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू में ऑनलाइन कक्षाएं शुक्रवार से तो शुरू हो गईं, मगर इसके लिए बनाई गई ऑनलाइन प्रणाली वेबेक्स का लाइसेंस ही सभी अध्यापकों को नहीं मिला है। जिससे अभी मजबूरन गूगल मीट से कक्षाएं लेनी पड़ रहीं हैं। दरअसल, वेबेक्स पर क्लास की ब्रॉडकास्टिंग क्वालिटी बेहतर होती है। वहीं इसमें ब्लैक बोर्ड और पीपीटी समेत कई सुविधाएं दी होतीं हैं जिससे स्मार्ट कक्षाएं भी चलाईं जाती हैं।
साथ ही अब कोर्स को समय से पहले खत्म करने का भी शिक्षकों पर दबाव है, जिसमें वेबेक्स काफी सुविधाजनक है। हालांकि कई विभागाध्यक्षों और संकाय प्रमुखों को लाइसेंस दे दिया गया है मगर अभी भी कई प्रोफेसर गूगल मीट या वाट्सएप पर ही आधारित हैं। इसके अलावा बीएचयू ने मूडल और स्मार्ट क्लास की भी सुविधा कुछ-कुछ विभागों में शुरू करने की कवायद चल रही है। यदि ऑनलाइन क्लास के ये प्लेटफॉर्म शुरू हो गए छात्रों को घर से पढ़ाई में काफी सहूलियत रहेगी। बता दें कि कल से शुरू हुए ऑनलाइन क्लास के पहले दिन छात्रों की संख्या बेहद कम रही, मगर जो भी छात्र ऑनलाइन क्लास के लिए जुड़े वे सिलेबस समय से पूरा करने के लिए काफी गंभीर थे। उन्हें तय समय के अंदर सिलेबस को खत्म करने की जल्दी है। जबकि अध्यापक भी तेजी से अपना कोर्स खत्म करने के लिए एक्स्ट्रा क्लास लेने की तैयारी कर रहे हैं। बीएचयू में शैक्षणिक गतिविधियों को सुचारू करने के लिए बीते दिनों केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने समीक्षा की थी जिसके बाद बीएचयू ने ऑनलाइन क्लास चलाने का निर्णय लिया।