रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा-रेलवे को नहीं थी अमृतसर में ट्रैक के पास दशहरा की जानकारी
रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने अमृतसर हादसे स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने सावधानी बरती होती तो शायद हादसा नहीं होता।
वाराणसी (जेएनएन)। दशहरा पर पंजाब के अमृतसर में एक रेल हादसे में 62 लोगों की मौत के मामले में रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने अमृतसर जिला प्रशासन को जिम्मेदार माना है। चंदौली में उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने दशहरा मेला के बारे में रेल प्रशासन को कोई भी सूचना नहीं दी थी। अब इस मामले में कोई भी राजनीति नहीं होनी चाहिए। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने आज अपने संसदीय क्षेत्र गाजीपुर को रेलवे की बड़ी सुविधा का तोहफा भी दिया।
रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा आज चंदौली के पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि अमृतसर हादसे पर राजनीति करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने हादसे के लिए स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने सावधानी बरती होती तो शायद हादसा नहीं होता। रेल राज्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम की रेलवे विभाग को बताया तक नहीं। यदि सूचना दी गई होती तो रेलवे सावधानी बरतता।सिन्हा ने कहा कि आयोजकों ने रेलवे से कार्यक्रम की परमिशन नहीं ली थी और इसी कारण रेलवे को भी इतनी बड़ी भीड़ के इकट्ठा होने का पता नहीं चल सका। अमृतसर रेल हादसा रोका जा सकता था, जिसके लिए जरूरी सावधानियां बरतने की जरूरत थी। इतने बड़े कार्यक्रम के बावजूद रेलवे कोई परमिशन नहीं ली गई। जिसकी वजह से हादसा हुआ। अमृतसर हादसे के बाद भी मनोज सिन्हा ने घटनास्थल का निरीक्षण कर कहा था कि इस मामले में रेलवे की चूक नहीं है।
इसके बाद मंत्री मनोज यहां से ट्रेन से अपने संसदीय क्षेत्र गाजीपुर गए। वहां सकलडीहा और धीना स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चार वर्ष में भारतीय रेल का कलेवर बदल गया है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने जमानियां रेलवे स्टेशन पर नौ करोड़ चार लाख रुपया की लागत से प्लेटफार्म विस्तारीकरण कार्य का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि एक माह के भीतर बक्सर व वाराणसी के बीच एक नई मेमू ट्रेन चलाई जाएगी। इसके साथ ही गाजीपुर में रेल राज्य मंत्री ने 24 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने बक्सर व वाराणसी के बीच एक माह में नई मेमू पैसेंजर ट्रेन चलाने का आश्वासन दिया।
उन्होंने डीडीयू - बक्सर रेल खंड पर स्थित रेलवे स्टेशनो पर 14 करोड़ 5 लाख रुपये की लागत से हुए विकास कार्यों का लोकार्पण एवं नौ करोड़ 15 लाख रुपये से होने वाले कार्य का शिलान्यास किया। जनसभा में रेल राज्य मंत्री ने कहा कि चार वर्षों में भारतीय रेलवे को नये कलेवर में बदला गया है। भाजपा सरकार में देश के हर स्टेशन का स्वरूप बदल गया है। रेलवे में व्यापक बदलाव हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री पीयूष गोयल रेलवे में यात्री सुविधाओं सहित इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का तेजी से कार्य कर रहे हैं।
सामान्य तौर पर भारतीयों को यात्रा के लिए रेल एक सुगम साधन है। यह जानते हुए भी पूर्ववर्ती सरकारों ने रेल के विकास में बेहतर कदम नहीं उठाया, परन्तु सत्ता में आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम आदमी के सुरक्षित व सुगम सफर के लिए रेल विकास के बेहतर इंतजाम की दिशा में कदम उठाए। पूर्ववर्ती सरकार में 41 हजार करोड़ का सालाना बजट होता था लेकिन भाजपा सरकार ने रेलवे में निवेश बढ़ाया है और सालाना बजट को बढ़ाकर एक लाख 41 हजार करोड़ रुपये कर दिया है। वहीं बक्सर व वाराणसी के बीच एक माह में नई मेमू पैसेंजर ट्रेन चलाने का आश्वासन दिया है।