Makar Sankranti 2021 अपने साथ लेकर आ रहा है वैश्विक उथल पुथल का भी दौर, जानिए क्या होगा देश में असर
सूर्य ग्रह धनु से मकर राशि में प्रवेश करेगा तब मकर राशि में सूर्य चंद्रमा बुध गुरु और शनि के समावेश से पंचग्रही योग बनेगा। इसकी वजह से विश्व पटल पर अप्रत्याशित घटनाएं देखने को मिलेंगी। भारतीय ज्योतिष में सूर्य ग्रह का नौ ग्रहों में प्रमुख स्थान माना गया है।
वाराणसी, जेएनएन। Makar Sankranti 2021 सूर्य ग्रह धनु से मकर राशि में प्रवेश करेगा तब मकर राशि में सूर्य, चंद्रमा, बुध, गुरु और शनि के समावेश से पंच ग्रही योग बनेगा। इसकी वजह से विश्व पटल पर अप्रत्याशित घटनाएं देखने को मिलेंगी। भारतीय ज्योतिष में सूर्य ग्रह का नौ ग्रहों में प्रमुख स्थान माना गया है। सूर्य ग्रह का व्यापक रूप से असर विश्व स्तर पर देखने को मिलता है। ज्योतिष की गणना के अनुसार मेष राशि से मीन राशि तक सूर्य ग्रह प्रत्येक मास अपनी राशि को बदलते हैं। जिसका असर पूरे विश्व पटल पर पड़ता है।
ज्योतिषाचार्य विमल जैन के अनुसार सूर्य ग्रह से धनु से मकर राशि में 14 जनवरी गुरुवार को सुबह 8:15 से 12 फरवरी शुक्रवार को रात्रि 9:12 तक रहेंगे। एक माह की अवधि संक्रांति के नाम से जानी जाएगी। शनि की राशि में सूर्य का होना विषमता का सूचक है। संक्रांति के दिन मकर राशि योग बनेगा। मकर राशि में सूर्य, चंद्रमा, बुध, गुरु, शनि मेष राशि में मंगल, वृष राशि में राहु, वृश्चिक राशि में केतु और धनु राशि में शुक्र विराजमान रहेंगे। सूर्य के मकर राशि में आने से पांच ग्रह योग बनेगा। जिसके फलस्वरूप विश्व पटल पर अनेकानेक अप्रत्याशित घटनाओं से जनमानस को शाम को रूबरू होना पड़ेगा।
इसकी वजह से विश्व में राजनीतिक उथल-पुथल रहेगी। नए राजनीतिक समीकरण भी बनेंगे और सत्ता पक्ष और विपक्ष में किसी मुद्दे को लेकर विषमता भी देखने को मिलेगी। देश-विदेश में सत्ता परिवर्तन का भी योग बन रहा है। कहीं राजनीतिक अस्थिरता रहेगी तो कहीं व्यक्ति विशेष की सेवा से वंचित होना पड़ेगा। धार्मिक गतिविधियों को लेकर भी लोग जागरुक रहेंगे। मौसम में अजीबोगरीब परिवर्तन जैसे- आंधी, तूफान और वर्षा की भी अधिकता रहेगी। सीमा पर आतंकवादी घटनाओं को नकारा नहीं जा सकता। बाजार में विशेष घटा बढ़ी के साथ भयंकर उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। इस दौरान नए राजनैतिक और आर्थिक घोटाले सामने आएंगे और सीमा पर तनाव बढ़ेगा।