मकर संक्रांति का स्नान दान पर्व कल, त्योहार की शह पर इठलाया खिचड़ी का बाजार
दीर्घायुष्य-आरोग्य, धन-धान्य, ऐश्वर्य समेत सर्व मंगल के कारक प्रत्यक्ष देव सूर्य धनु से मकर राशि में 14-15 जनवरी को मध्य रात्रि के बाद 2.13 बजे प्रवेश करेंगे।
वाराणसी, जेएनएन। स्नान-दान और खानपान के महापर्व मकर संक्रांति का बाजार रविवार की शह पर खूब इठलाया। पर्व से दो दिन पहले पड़े साप्ताहिक अवकाश का लोगों ने लगे हाथ दोहरा उपयोग किया। सूर्य देव के बादलों की ओट लेते लुकाछिपी से खुशगवार हो चले मौसम में घुमान-टहलान संग त्योहारी खरीदारी भी पूरी कर ली। झोला संभाले बाजार के इस छोर से उस ओर तक भाव- ताव किया, मोल-तोल कर लइया-ढूंढा, गट्टा-पट्टी समेत खानपान और दान के लिए लगभग हर मेल का सामान खरीद लिया। शिवपुर, भोजूबीर, पांडेयपुर, विश्वेश्वरगंज, दशाश्वमेध, खोजवा, सुंदरपुर समेत शहर से लेकर गांव तक हर बाजारों में त्योहारी मिठाई के खरीदारों की भीड़ रही।
साथ ही किराना की दुकानों पर नया चावल, पंचमेल दाल, पापड़ के साथ तिल आदि खरीदे तो खिचड़ी के साथ दही जमाने के लिए दूध का भी इंतजाम कर लिया। हालांकि सब्जी का बाजार भी मांग को देखते हुए गरम रहा लेकिन रूझान के अनुसार लोगों ने ताजगी के लिहाज से एक दिन इंतजार करने का मन बना लिया। इसमें बहन-बुआ के घर खिचड़ी पहुंचाने के लिए खरीदारी तो हुई लेकिन माना जा रहा है कि रसोई के लिए सब्जी बाजारों में अधिक भीड़ सोमवार को ही होगी।
नमकीन पट्टी डिमांडेड तो
बेभाव हुआ तिलकुट
तिलकुट : 160
ढूंढा : 70-80
रामदाना पट्टी : 140
लाई पट्टी : 100
बदाम : 100-120
नमकीन पट्टी : 150
चीनी बदाम पट्टी : 120
भुजा चना : 110
चूड़ा : 40-60
लाई : 50-60
गट्टा : 80
गुड़ : 50
तिल गुड़ : 60
(दर प्रति किलो में रुपये में)
जमीन से आसमां तक पतंग और डोर : मकर संक्रांति तो 15 जनवरी को मनाई जाएगी लेकिन पतंगों की रिहर्सली उड़ान ने दो दिन पहले ही पूरी तरह आसमान ढक लिया। रविवार की छुïट्टी और दूसरे मौसम व हवा के साथ देते ही बात बनी और जमीन से लेकर आसमान तक डोर-पतंग तनी दिखी। इससे पहले उड़वइयों ने दुकानों पर जाकर पर्व विशेष के लिए पतंगें तजबीजी और मंझा का भी इंतजाम कर लिया। नख-मंझा व पतंगों के खरीदारों की भीड़ से बाजार गुलजार रहा। दोनों की ही विशाल रेंज में से चयन चुनौती से कम न रहा। हालांकि पतंगों में मोदी इस बार भी छाए रहे।
मंझा में खूब बिके अच्छे मियां
जिलानी : 250 - 350
जाफरी : 250-350
अच्छे मियां: 350-450
मैदानी धुला : 350-450
मेहंदी हसन : 300-400
(दर प्रति परेता रुपये में)
नायलान : 80 रुपये लच्छी
परेता : 200-350
मकर संक्रांति का स्नान दान कल : सूर्य आराधना का महापर्व मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी को पड़ रहा है। दीर्घायुष्य-आरोग्य, धन-धान्य, ऐश्वर्य समेत सर्व मंगल के कारक प्रत्यक्ष देव सूर्य धनु से मकर राशि में 14-15 जनवरी को मध्य रात्रि के बाद 2.13 बजे प्रवेश करेंगे। सूर्यदेव के मकर पर संचरण के साथ ही इससे लगी सुबह यानी 15 जनवरी को मकर संक्रांति जन्य पुण्य काल मनाया जाएगा। तिथि विशेष पर गंगा, प्रयागराज संगम समेत नदी, सरोवर, कुंड आदि में स्नान के साथ अघ्र्य और दान का विशेष महत्व है। स्नानोपरांत सूर्य सहस्त्रनाम, आदित्य हृदय स्त्रोत, सूर्य चालीसा, सूर्य मंत्रादि का पाठ कर सूर्य की आराधना करनी चाहिए। साथ ही गुड़, तिल, कंबल, खिचड़ी, चावलादि पुरोहितों या गरीबों को प्रदान करना चाहिए।