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Mahatma Gandhi kashi vidyapith : तीन मेडिकल कालेजों के बीएएमएस कोर्स की परीक्षा का इंतजार

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध तीन मेडिकल कालेजों के बीएएमएस (सत्र-2018-19) बैच छात्रों का का कोर्स एक वर्ष पहले ही पूरा हो चुका है। मेडिकल के छात्रों काेे अब भी परीक्षा का इंतजार है। वहीं परीक्षा में मान्यता का पेच फंसा हुआ है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Wed, 09 Dec 2020 11:11 AM (IST)Updated: Wed, 09 Dec 2020 11:11 AM (IST)
Mahatma Gandhi kashi vidyapith : तीन मेडिकल कालेजों के बीएएमएस कोर्स की परीक्षा का इंतजार
मेडिकल के छात्रों काेे अब भी परीक्षा का इंतजार है।

वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से संबद्ध तीन मेडिकल कालेजों के बीएएमएस (सत्र-2018-19) बैच छात्रों का का कोर्स एक वर्ष पहले ही पूरा हो चुका है। मेडिकल के छात्रों काेे अब भी परीक्षा का इंतजार है। वहीं परीक्षा में मान्यता का पेच फंसा हुआ है। परीक्षा में हो रहे विलंब से तीनों कालेजाें के छात्रों में रोष है।

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डा. विजय आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (कैथी), संतुष्टि आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चुनार) व अपेक्स आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चुनार) के छात्रों का कहना है कि सत्र-2018-19 में हम लोगों का बीएएमएस कोर्स में नीट के माध्यम से दाखिला हुआ था। काउंसिलिंग कराने के लिए उप्र आयुष का एलाटमेंट लेटर भी हमारे पास मौजूद हैं। यदि मान्यता नहीं थी तो उप्र आयुष ने दाखिले की अनुमति क्याें दी गई।

हालांकि, छात्रों ने इसके लिए कालेज प्रबधंन को जिम्मेदार ठहराया है। कहा कि कोर्ट ने तीनों कालेजों को छह माह में भीतर समस्त औपचारिकता पूरी कर मान्यता लेने की शर्त पर दाखिले लेने की अनुमति दी थी। वहीं दो साल साल तक कालेज प्रबंधन मान्यता लेने के लिए कोई पहल नहीं की। वहीं हम लोगों को भी अंधेरे में रखा गया। परीक्षा में देरी होने का कारण पूछने पर विद्यापीठ को जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है।

विद्यापीठ तीन कालेजों को छोड़कर प्रथम व्यवसायिक परीक्षा करा चुका है। वहीं तीन कालेजों के छात्रों को परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी। बताया कि विद्यापीठ की मान्यता न होने के कारण हम लोगाें की परीक्षा कराने में असमर्थता जता चुका है। वहीं कालेज प्रबंधन प्रकरण न्यायालय में होने की बात कहकर कोई मदद करने में टालमटाेल कर रहा है।


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