विद्यापीठ भी बताएगा बनारस का मौसम
वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने मौसम सेंटर खोलने का निर्णय लिया है ताकि तापमा
वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने मौसम सेंटर खोलने का निर्णय लिया है ताकि तापमान के साथ-साथ आंधी-तूफान की सटीक जानकारी हासिल की जा सके। मौसम से जुड़े यंत्र लगाने के लिए इसी माह में ई-टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। ताकि यथाशीघ्र मौसम सेंटर को मूर्तरूप दिया जा सके।
मौसम सेंटर स्थापित करने के लिए पावर ग्रिड ऑफ कारपोरेशन ने विद्यापीठ को करीब 11 लाख रुपये का अनुदान दिया है। इस क्रम में करीब डेढ़ साल पहले चार मौसम सेंटर स्थापित करने के लिए रूपरेखा भी तय की गई थी। इनमें से दो सेंटर बलिया के संबद्ध कालेजों में प्रस्तावित था। अब बलिया के सभी कालेज जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय से जुड़ गए हैं। ऐसे में बलिया जनपद के कालेजों में मौसम सेंटर स्थापित करने में तकनीकी व्यवधान आ रहा है। इसे देखते हुए बलिया में मौसम सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव वापस ले लिया गया है। अब विद्यापीठ मुख्य परिसर के अलावा गंगापुर परिसर व यूपी कालेज परिसर में मौसम सेंटर प्रस्तावित है। इसके अलावा एक सेंटर दूसरे जनपद के संबद्ध कालेज में स्थापित करने की योजना है। फिलहाल मौसम सेंटर स्थापित करने को लेकर मंथन किया जा रहा है। अब दो सेंटर वाराणसी जनपद में व दो सेंटर दूसरे जनपद में स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है। अलग-अलग क्षेत्रों में सेंटर स्थापित करने के पीछे मौसम की सटीक जानकारी हासिल करना है।
वर्जन ..
'' मौसम सेंटर स्थापित करने की प्रक्रिया एक बार फिर नए सिरे से शुरू कर दी गई है। इस क्रम में विश्वविद्यालय के अभियंता को ई-टेंडर करने का भी निर्देश दिया जा चुका है। मौसम सेंटर के स्थानों का चयन भी जल्द कर लिया जाएगा। विद्यापीठ मुख्य परिसर में एक सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया जा चुका है। तीन अन्य सेंटरों के लिए मौसम वैज्ञानिकों से भी संपर्क किया जा रहा है ताकि दूरी तय कर इसे स्थापित कराया जा सके।
-प्रो. टीएन सिंह, कुलपति
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ