काशी विद्यापीठ : विद्यार्थियों के लिए अब नैड आइडी अनिवार्य, नहीं भर सकते परीक्षा फार्म
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में बगैर नैड आइडी के कोई भी परीक्षार्थी स्नातकोत्तर सेमेस्टर का परीक्षा फार्म नहीं भर सकता है।
वाराणसी, जेएनएन। अब विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को नैड (नेशनल एकाडमिक डिपॉजिटर) पोर्टल पर आइडी बनाना अनिवार्य कर दिया गया है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ इसका अनुपालन करना भी शुरू कर दी है। बगैर नैड आइडी के कोई भी परीक्षार्थी स्नातकोत्तर सेमेस्टर का परीक्षा फार्म नहीं भर सकता है।
वहीं जिन विद्यार्थियों आधार नंबर नहीं है। उनकी आइडी नहीं बन पा रही है। विश्वविद्यालय व संबद्ध कालेजों के सैकड़ों छात्र आइडी को लेकर परेशान है। विश्वविद्यालय की दौड़ लगा रहे हैं। इसे देखते हुए विद्यापीठ प्रशासन ने छात्र कल्याण संकाय में हेल्प डेस्क शुरू किया गया। हेल्प डेस्क पर सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक खुल रहा है। इस दौरान कंप्यूटर के विशेषज्ञ विद्यार्थियों का आइडी बनवाने में सहयोग कर रहे हैं। दरअसल नैड आइडी के लिए आधार नंबर अनिवार्य है। वहीं तमाम विद्यार्थियों के पास आधार कार्ड नहीं है। ऐसे विद्यार्थियों को आइडी बनाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बगैर आधार नंबर के भी विद्यार्थियों की आइडी बन रही है। इसके लिए विश्वविद्यालय को पहल करना पड़ रहा है।
क्या है नैड आइडी
दरअसल यूजीसी ने देश के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों नैड में पंजीकरण करना अनिवार्य कर दिया है। नैड एक ऑनलाइन स्टोर है। इस विद्यार्थियों के आधार व फोन नंबर से सीधा आईडी को जोड़ा जा रहा है। ऑनलाइन स्टोर में विद्यार्थी अपनी मार्कशीट, डिग्री, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट आदि को सुरक्षित रख सकते हैं। नैड की आईडी बनाने समय विद्यार्थियों शैक्षिक प्रमाण पत्र, आधार कार्ड व एक फोटो, हस्ताक्षर को स्कैन करके रखना होगा। पोर्टल पर पंजीकरण के बाद छात्रों के सभी प्रमाणपत्र ऑनलाइन हो जाएगे।