महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ : परीक्षा स्थगित होने से मेडिकल छात्र क्षुब्ध, बनाया परीक्षा कराने का दबाव
मेडिकल के छात्र बीएएमएस (सत्र-2018-19) प्रथम व्यवसायिक परीक्षा स्थगित होने से क्षुब्ध हैं। वह लगातार महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन पर परीक्षा कराने का दबाव बनाए हुए हैं। परीक्षा कराने की मांग को लेकर मंगलवार को संबद्ध कालेज के करीब 100 छात्र विश्वविद्यालय पहुंचे थे।
वाराणसी, जेएनएन। मेडिकल के छात्र बीएएमएस (सत्र-2018-19) प्रथम व्यवसायिक परीक्षा स्थगित होने से क्षुब्ध हैं। वह लगातार महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन पर परीक्षा कराने का दबाव बनाए हुए हैं। परीक्षा कराने की मांग को लेकर मंगलवार को संबद्ध कालेज के करीब 100 छात्र विश्वविद्यालय पहुंचे थे। कार्यालय में कुलपति व कुलसचिव के न होने के कारण उन्होंने सहायक कुलसचिव हरिश्चंद्र को इस संबंध में पत्रक सौंपा।
पत्रक में कहा गया है नीट के माध्यम से सात नवंबर वर्ष 2018 में मेडिकल कालेजों में हम लोगों का दाखिला बीएएमएस में हुआ था। प्रथम व्यवसायिक की परीक्षा वर्ष 2019 में हो जानी चाहिए थी। लगातार प्रयास करने के बाद विद्यापीठ प्रशासन ने सात अक्टूबर प्रथम व्यवसायिक की परीक्षा कराने का निर्णय लिया। टाइम टेबल ही नहीं प्रवेश पत्र भी जारी कर दिया गया है। पांच अक्टूबर को अपरिहार्य कारणों का हवाला देते हुए परीक्षा स्थगित कर दी गई। अब परीक्षा कब कराई जाएगी। इस संबंध में संबद्ध कालेज भी कुछ बताने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में सैकड़ों छात्रों का भविष्य अधर में हैं। पत्रक सौंपने वालों में श्रीकृष्ण आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चोलापुर), एसएएस आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (हरहुआ) जीवन आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज (चंदौली) कालेजों के शशि प्रिया, माधुरी निषाद, शिवांगी तिवारी, वैष्णवी जायसवाल, दीपशिखा, आकांक्षा सिंह, छात्रसंघ के निवर्तमान अध्यक्ष संदीप कुमार यादव सहित अन्य छात्र-छात्राएं शामिल रहे।