Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth : नकल में हुई सख्ती तो छात्रों ने बनाया समय बढ़ाने का दबाव
छात्रों ने परीक्षा की अवधि बढ़ाने के लिए काशी विद्यापीठ प्रशासन पर दबाव बनाने का प्रयास किया। इस क्रम बीए-मासकाम के छात्र बड़ी संख्या में कुलपति से मिलने उनके कक्ष तक चले गए। डेढ़ घंटे की परीक्षा होने के कारण प्रश्नों की संख्या भी इस बार कम की गई है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। छात्रों ने परीक्षा की अवधि बढ़ाने के लिए मंगलवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन पर दबाव बनाने का प्रयास किया। इस क्रम बीए-मासकाम के छात्र बड़ी संख्या में कुलपति से मिलने उनके कक्ष तक चले गए। छात्रों का कहना है कि डेढ़ घंटे की परीक्षा होने के कारण समय कम पड़ रहा है। वहीं कुलपति ने शासन की गाइड लाइन का हवाला देते हुए परीक्षा की समय बढ़ाने का इंकार कर दिया। दूसरी ओर अध्यापकों का कहना है कि परीक्षाओं में सख्ती से नाराज छात्र नाराज है। डेढ़ घंटे की परीक्षा होने के कारण प्रश्नों की संख्या भी इस बार कम की गई है। बहरहाल छात्रों ने कुलपति से विभागों पढ़ाई न होने व अध्यापकों के न बैठने, गंदगी सहित अन्य मुद्दा उठाया।
इसे देखते हुए कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी ने प्राक्टोरियल बोर्ड तथा हेड व डीन की अलग-अलग बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने प्राक्टोरियल बोर्ड से परिसर की सुरक्षा व्यवस्था और चुस्त-दुरुस्त करने का निदेश दिया। इसके अलावा छात्रों को अपने स्तर से ही समझाने-बुझाने का सख्त निर्देश दिया है। वहीं हेड-डीन के बैठक में सभी को विभागों में बैठने का निर्देश दिया। इसके अलावा छात्रों की समस्याएं अपने स्तर से सुलझाने, विभागों की साफ-सफाई, लैब दुरुस्त रखने का निर्देश दिया।
बंद करें खींचातानी
इस दौरान कुलपति ने अध्यापकों से आपसी खींचातानी बंद करने का निर्देश दिया। कहा कि यह कैसे हो सकता है कि जो छात्र एक अध्यापक का पैर छू रहा है। वहीं छात्र दूसरे अध्यापक के साथ अभद्रता कर रहा है। उन्होंने अध्यापकों से परस्पर सद्भाव बनाने रखने का भी निर्देश दिया।
चीफ प्राक्टर के इस्तीफा देने की अफवाह
कुलपति के सख्त रूख के बाद डा. संतोष कुमार ने चीफ प्राक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया। यह अफवाह परिसर में बनी हुई है। वहीं इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। चीफ प्राक्टर ने भी फोन नहीं उठाया।