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Mahashivratri 2020 : काशी विश्‍वनाथ दरबार में आधी रात से ही आस्‍था की कतार, भक्तों के साथ बाबा जागेंगे पूरी रात

भगवान शिव की नगरी काशी शिवरात्रि पर्व के मौके पर आधी रात से ही बम बम है शिवरात्रि के मौके पर काशी विश्‍वनाथ दरबार में सुबह से ही दर्शन पूजन का अनवरत क्रम जारी है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 07:41 AM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 05:35 PM (IST)
Mahashivratri 2020 : काशी विश्‍वनाथ दरबार में आधी रात से ही आस्‍था की कतार, भक्तों के साथ बाबा जागेंगे पूरी रात
Mahashivratri 2020 : काशी विश्‍वनाथ दरबार में आधी रात से ही आस्‍था की कतार, भक्तों के साथ बाबा जागेंगे पूरी रात

वाराणसी, जेएनएन। बाबा भोले के विवाहोत्सव यानी महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर गुरुवार को ही काशी विश्वनाथ मंदिर भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। पर्व विशेष पर बाबा की झांकी दर्शन के लिए विभिन्न प्रांतों से जुटे भक्तों ने अपने भावों से एक किलोमीटर के दायरे में मिनी भारत को एकाकार कर दिया। शुक्रवार को पूरी रात मंदिर खुला रहेगा और चार पहर की विशेष आरती होगी। वहीं शुक्रवार को महाशिवरात्रि पर शाम पांच बजे तक दो लाख से अधिक भक्‍तों ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई है। 

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भगवान शिव की नगरी काशी शिवरात्रि पर्व के मौके पर आधी रात से ही बम बम है। शिवरात्रि के मौके पर काशी विश्‍वनाथ दरबार में सुबह से ही दर्शन पूजन का अनवरत क्रम जारी है। गंगा घाट से लेकर बाबा दरबार तक आस्‍था का अनवरत रेला आधी रात से ही जारी है। बैरिकेडिंग पर आस्‍थावानों की भीड़ रात से ही उमड़ी और बाबा दरबार में कपाट खुलने का इंतजार किया। जैसे ही सुबह आरती के बाद दरबार खुला वैसे ही काशी विश्‍वनाथ की गलियां हर हर महादेव के घोष से गूंज उठीं।

आधी रात के बाद से ही काशी के घाट क्षेत्र से लेकर बाबा दरबार तक हर-हर गंगे और बम-बम के नारों से काशी की गलियां गूंज उठीं तो आस्‍था का कोई ओर छोर नहीं रहा। आधी रात के बाद से ही गंगा में स्‍नान कर बाबा दरबार की ओर लाखों आस्‍थावानों के कदम बढ़े तो शुक्रवार को दिन चढ़ने तक आस्‍था की कतार बरकरार रही। महाशिवरात्रि पर्व पर गंगा नदी में स्नान कर जलाभिषेक एवं दर्शन-पूजन हेतु आये श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन एवं सुरक्षा व शान्ति व्यवस्था के दृष्टिगत एसएसपी वाराणसी ने मय पुलिस बल के गोदौलिया से मैदागिन तक पैदल भ्रमण किया। इस दाैरान गंगा नदी में बोट के जरिए स्नानार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया।

पीएम नरेंद्र मोदी ने दी शुभकामनाएं

वाराणसी के सांसद और देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी शुक्रवार की सुबह शिवरात्रि पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्‍होंने ट्विटर पर लिखा कि - 'आप सभी को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं। बाबा भोलेनाथ के आशीर्वाद से सभी देशवासियों के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और सौभाग्य आए। ऊँ नम: शिवाय!'

गुरुवार से कई पालियों में भारी सुरक्षा व्‍यवस्‍था बाबा दरबार क्षेत्र में की गई। सुरक्षा कारणों से व्‍यवस्‍था में काफी परिवर्तन भी किया गया है। गेट पर जांच के साथ ही गलियों में सुरक्षा बल लगातार चक्रमण कर व्‍यवस्‍था बनाते रहे ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्‍या न हो। वहीं यात्रियों की सुविधा के लिए कई काउंटर भी खोले गए हैं। सुबह आठ बजे तक लगभग 75 हजार दर्शनार्थियों ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई, जबकि सुबह 11 बजे तक एक लाख 25 हजार लोगों ने बाबा दरबार में दर्शन पूजन किया। भोर के चार बजे तक लोगों की कतार एक लाइन चौक थाने से आगे बुलानाला को जा रही थी तो दूसरी लाईन गोदौलिया पर थी। सुरक्षा के बाबत सभी एलर्ट रहे और कंट्रोल रूम से लगातार ब्रीफ किया जा रहा है कि भक्तों को सुगम दर्शन में साथ ही चेकिंग में कोइ लापरवाही न हो। टिकट दर रुपया 1800 मंगला आरती में बाबा प्रांगण में गूंज उठा महादेव महाशिवरात्रि में टिकट दर बढ़ने के बाद भी पूरा प्रांगण श्रद्धालुआें से भरा रहा। नया विश्‍वनाथ मंदिर बीएचयू (वीटी) में भी सुबह से काफी दूर तक लोगाें की दर्शन पूजन के लिए कतार लगी रही। वहीं सारंगनाथ मंदिर सारनाथ में भी सुबह से आस्‍था का रेला उमड़ता रहा। 

अंचलों में भगवान श्रीराम द्वारा रेत से स्‍थापित रामेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही आस्‍था की कतार दूर दूर तक लग गई। भारी भीड़ के बीच मंदिर के बाहर श्रद्धालु मत्था टेकने के बाद जलाभिषेक के लिए पहुंचे तो मंदिर परिसर हर हर महादेव के घोष से गूंज उठा। दिन चढ़ने तक आस्‍था की यहां पर दूर-दूर तक लगी कतार ने महाशिवरात्रि के पर्व को आस्‍थामय बना दिया। जलाभिषेक और दुग्‍धाभिषेक संग बेर, बिल्‍वपत्र, धतूरा और गन्‍ने की गेड़ संग जौ की बालियां शिनलिंग पर चढ़ाकर लोगों ने मंगलकामना की वहीं व्रतियों ने जलाभिषेक कर शिव आरती कर पुण्‍य का लाभ कमाया।  

वाराणसी में काशी विश्‍वनाथ दरबार के अलावा सारनाथ में सारंगनाथ, तिलभांडेश्‍वर, मारकंडेय महादेव आदि मंदिरों में सुबह से ही आस्‍था का रेला उमड़ा और लोगों ने जलाभिषेक कर बाबा से आशीष मांगा। भगवान शिव की नगरी शिवरात्रि पर आस्‍था के रंग में रंगी नजर आई और बीएचयू के मंदिर में भी लोगों ने दर्शन पूजन और जलाभिषेक कर पुण्‍य की कामना की। वहीं शहर के अन्‍य प्रमुख शिवालयों में भी सुबह से ही जलाभिषेक करने वालों की कतार ने लोगाें को आस्‍था के रंग में ऐसा रंगा कि पूरी काशी शिव मय नजर आने लगी।

45 घंटे खुला रहेगा बाबा दरबार

बाबा के विवाहोत्सव यानी महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या पर गुरुवार को ही काशी विश्वनाथ मंदिर भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। गंगा में डुबकी लगाई, पात्र में जल लिया और बाबा दरबार के दर पर दस्तक दे दिया। कतार में लगे और हर-हर महादेव उद्घोष से इलाका गुंजा दिया। हाथ में माला-फूल, भांग-धतूरा लिए भोर का इंतजार किया। पर्व विशेष पर बाबा की झांकी दर्शन के लिए विभिन्न प्रांतों से जुटे भक्तों ने अपने भावों से एक किलोमीटर के दायरे में मिनी भारत को एकाकार कर दिया। महाशिवरात्रि पर हर वर्ष उमडऩे वाली भीड़ को देखते हुए रात 2.15 बजे मंगला आरती शुरू हुई। भोर 3.30 बजे मंदिर के पट आम भक्तों के लिए खोल दिए गए। उन्हें ढूंढिराज व छत्ताद्वार से प्रवेश दिया गया। भीड़ को देखते हुए झांकी दर्शन की व्यवस्था की गई। गर्भगृह के बाहर से ही श्रद्धालुओं ने बाबा को शीश नवाया और जल-बेल पत्र अर्पित कर मनोकामनाओं का पिटारा उड़ेल दिया। पर्व पर मंदिर लगातार लगभग 45 घंटे तक खुला रहेगा। पट 22 फरवरी की रात में शयन आरती के बाद बंद होंगे। 

रानी भवानी परिसर में सजा जनवासा 

बाबा व माता पार्वती के विवाह बेला में रानी भवानी परिसर में जनवासा सजा तो गर्भगृह में झांकी भी सजाई गई। विवाह की रस्मों के प्रतीक शाम से पूरी रात चार प्रहर की आरती होगी और अटूट दर्शन चलता रहेगा। मध्याह्न भोग आरती दोपहर 12 बजे से 12.30 बजे तक चलेगी तो रात में पहले पहर की आरती 10.50 से 12.30 बजे तक, दूसरे पहर की मध्य रात्रि 1.20 बजे से 2.30 बजे तक, तीसरे पहर की आरती 22 की भोर 2.55 से 4.25 बजे तक और चौथे पहर की आरती 22 की सुबह 4.55 से शुरू होगी। पर्व विशेष पर मंदिर को फूलों से भव्‍य तरीके से सजाया गया है।

ट्विटर की दुनिया में महाशिवरात्रि ट्रेंड में पहले स्थान पर

महाशिवरात्रि के मौके पर भगवान शिव और पार्वती का विवाह भी शीर्ष ट्रेंड में शामिल रहा। शुक्रवार को देखते ही देखते अस्सी हजार से अधिक संदेश सुबह नौ बजे तक महाशिवरात्रि के साथ पोस्ट किए गए। इसके बाद यह ट्विटर के शीर्ष ट्रेंड में ऐसा शामिल हुआ कि दिन चढऩे तक टॉप ट्रेंड में बना रहा। वहीं दस बजते- बजते पोस्‍ट का आंकड़ा एक लाख को भी पार कर गया। 

महाशिवरात्रि को लेकर किया गया रूट डायवर्जन

महाशिवरात्रि त्योहार के अवसर पर जिले में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए। शहर के कई मार्गो को नो-वेहिकल जोन घोषित किया गया है। यह व्यवस्था 20 की रात्रि 10 बजे से लेकर 22 को श्रद्धालुओं के वापस जाने तक पूर्ण-रूपेण प्रभावी होगा। 

- मैदागिन से चौक होते हुए गोदौलिया की तरफ जाने वाले वाहनों को मैदागिन चौराहा से आगे नहीं जा सकेंगे। 

-टाउन हाल की तरफ से आने वाले किसी भी प्रकार के वाहनों को चौक की की ओर नही जाने दिया जाएगा। 

-बुलानाला काशीपुरा की तरफ से गलियों आदि से आने वाले वाहनों को मैदागिन की तरफ मोड़ दिया जायेगा।

- लक्सा की तरफ से आने वाले किसी भी प्रकार के वाहनों को लक्सा थाने से आगे नहीं जा सकेंगे। 

- बेनियाबाग तिराहा से गिरजाघर की तरफ समस्त प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। 

-लहुराबीर से होकर गोदौलिया की तरफ जाने वाली सभी प्रकार के वाहनों को बेनिया तिराहा से आगे जाने नहीं दिया जाएगा। 

-अस्सी, सोनारपुरा से होकर गोदौलिया की तरफ जाने वाली सभी प्रकार के वाहनों को सोनारपुरा चौराहा से आगे नहीं जाने दिया जायेगा। 

-भेलूपुर थाने के सामने से रेवड़ी तालाब होते हुए रामापुरा की तरफ जाने वाले चार पहिया,तीन पहिया वाहनों को भेलूपुर चौराहे से आगे नहीं जा सकेंगे।

-रेवड़ी तालाब पार्क तिराहा से रामापुरा की तरफ जाने वाले वाहनों को रेवड़ी तालाब पार्क से आगे नहीं जा सकेंगे।


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